अनेक शब्दों के लिए एक शब्द: 1000+ One Word Substitution in Hindi

अगर आप अपनी बात को प्रभावशाली तरीक़े से व्यक्त करना चाहते हैं तो सबसे पहले तो आपकी भाषा सरल होनी चाहिए, और आपके वाक्यों में कम-से-कम शब्दों का प्रयोग होना चाहिए। हिन्दी व्याकरण में ऐसे कई ‘अनेक शब्दों के बदले एक शब्द‘ हैं जो कई वाक्यांशों और शब्द-समूहों का अर्थ देते हैं; और इनका प्रयोग करके आप अपनी अभिव्यक्ति को संक्षिप्त और प्रभावशाली बना सकते हैं।

उदाहरण के लिए, अगर आपको कहना है कि “वह काफ़ी नाप-तौलकर खर्च करता है।” इस वाक्य को आप कम शब्दों में इस प्रकार बोल सकते हैं कि “वह मितव्ययी है।” यहाँ पर ‘जो नाप-तौलकर खर्च करे‘ इतने सारे शब्दों के बदले सिर्फ एक शब्द ‘मितव्ययी‘ का प्रयोग हुआ। इसी तरह के कई ‘अनेक शब्दों के लिए एक शब्द’ के बारे में आज हम जानने वाले हैं, जिन्हें अंग्रेजी में One Word Substitution भी कहते हैं।

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

  • जो कभी बूढ़ा न हो- अजर
  • जो कभी न मरे- अमर
  • जहाँ जाना कठिन हो- दुर्गम
  • जो ईश्वर को मानता हो- आस्तिक
  • जो ईश्वर को न मानता हो- नास्तिक
  • जो बिलकुल न चले- अचल
  • दूर की बात सोचने वाला- दूरदर्शी
  • प्रतिदिन होने वाला- दैनिक
  • जिसका कोई आकार न हो- निराकार
  • जिसका कोई आकार हो- साकार 
  • जो अपना ही स्वार्थ देखे- स्वार्थी
  • जो बिना वेतन के काम करे- अवैतनिक
  • जिसे सब प्यार करें- सर्वप्रिय
  • जो देखा न जा सके- अदृश्य
  • जो साग-सब्ज़ी खाए- शाकाहारी
  • जो मांस खाता हो- मांसाहारी
  • किए हुए उपकार को मानने वाला- कृतज्ञ
  • किए हुए उपकार को न मानने वाला- कृतघ्न
  • जो क्षमा न किया जा सके- अक्षम्य
  • जिसे सबसे पहले गिनना उचित हो- अग्रगण्य
  • जिसका जन्म पहले हुआ हो- अग्रज
  • जिसका जन्म बाद/पीछे हुआ हो- अनुज
  • जिसकी उपमा न हो- अनुपम
  • जिसका मूल्य न हो- अमूल्य
  • जो दूर की न देखे/सोचे- अदूरदर्शी
  • जो लौकिक या सांसारिक प्रतीत न हो- अलौकिक
  • जिसका उल्लंघन करना उचित न हो- अनुल्लंघनीय
  • जो सोचा भी न गया हो- अतर्कित
  • जो उचित समय पर न हो- असामयिक
  • जो क्षय न हो सके- अक्षय
  • कम अक़्लवाला- अल्पबुद्धि
  • अध: (नीचे) लिखा हुआ- अधोलिखित
  • आशा से कहीं बढ़कर- आशातीत
  •  जो जातियों के बीच में हो- अंतर्जातीय
  • जो न जानता हो- अज्ञ
  • जिसके समान दूसरा न हो- अद्वितीय
  • जिसके समान अन्य न हो- अनन्य
  • जिसका पार न हो- अपार
  • जो साफ न किया गया हो- अपरिमार्जित
  • आचार्य की पत्नी- आचार्यानी
  • जो अर्थशास्त्र का विद्वान हो- अर्थशास्त्री
  • अनुवाद करनेवाला- अनुवादक
  • अनुवाद किया हुआ- अनूदित
  • अर्थ या धन से संबंधित- आर्थिक
  • जिसकी तुलना न हो- अतुलनीय
  • जिसका आदि न हो- अनादि
  • जिसका अंत न हो- अनंत
  • जो परीक्षा में पास न हो- अनुत्तीर्ण
  • जो परीक्षा में पास हो- उत्तीर्ण
  • जिसके दर्शन प्रिय माने जाएँ- प्रियदर्शन
  • जिसका इच्छा न की जाती हो- अनभिलषित
  • जिसके अंग-प्रत्यंग गल गए हों- गलितांग
  • जो प्रकाशयुक्त हो- भास्वर
  • जो बहुत छोटा न हो- नातिलघु
  • जिसकी राह ग़लत हो- गुमराह
  • जो विश्वभर का भरण-पोषण करे- विश्वंभर
  • जिसका परीक्षा ली जा चुकी हो- परीक्षित
  • जिसका भाग्य बड़ा हो- बड़भागी
  • जिसकी सृष्टि की गई ही- सृष्ट
  • जिसे जीवन से विराग हो गया हो- वीतरागी
  • जिसे एक ही संतान होकर राह जाय- काकबंध्या
  • जिसका आशय महान हो- महाशय
  • जिस नारी की बोली कठोर हो- कर्कशा
  • जिसके द्वारा चित्र बनाया जाए- तूलिका
  • जिसपर चित्र बनाया जाए- चित्रपट
  • जीने की इच्छा- जिजीविषा
  • मेघ की तरह गरजनेवाला- मेघनाद
  • पीने की इच्छा- पिपासा
  • नाव से पार करने योग्य नदी- नाव्य
  • पानी से उठा हुआ किनारा- पुलिन
  •  जिसके सभी दाँत झाड़ चुके हों- पोपला
  • दूर से मन को आकर्षित करनेवाली गंध- निर्हारी
  • मुँह को सुगंधित करनेवाला पान- मुखवासन
  • नीति को जाननेवाला- नीतिज्ञ
  • जिसके आर-पार देखा जा सके- पारदर्शी
  • अनुचित बातों के लिए आग्रह- दुराग्रह
  • जो नया आया हुआ हो- नवागंतुक
  • जो नया जन्म हुआ हो- नवजात
  • जो अच्छे कुल में जन्म ले- कुलीन
  • जो बहुत बोलता हो- वाचाल
  • इंद्रियों को जीतनेवाला- जितेंद्रिय
  • जो स्त्री के स्वभाव का हो- स्त्रैण
  • जो अत्यंत कष्ट से निवारित हो- दुर्निवार
  • जो वचन से परे हो- वचनातीत
  • जो सरों (तालाब) में जन्म ले- सरसिज
  • जो मुक़दमा लड़ता हो- मुक़दमेबाज
  • जो देने योग्य हो- देय
  • जो पहरा देता है- प्रहरी
  • सत्य के लिए आग्रह- सत्याग्रह
  • जो कला जानता हो- कलाविद्
  • लौटकर आया हुआ- प्रत्यागत
  • जो जन्म से अंधा हो- जन्मान्ध
  • जो पोत युद्ध के लिए हो- युद्धपोत
  • जो शत्रु की हत्या करे- शत्रुघ्न
  • घर बसाकर रहनेवाला- गृहस्थ
  • जो विज्ञान जानता हो- वैज्ञानिक
  • बिना अंकुश का- निरंकुश
  • बिक्री करनेवाला- विक्रेता
  • प्राण देनेवाली- प्राणदा
  • यश देनेवाली- यशोदा
  • धन देनेवाली- धनद
  • पूर्वी देशों से संबंध रखनेवाला- पूर्वीय
  • जो तरह-तरह के रूप बना सके- बहुरूपिया
  • कम बोलनेवाला- मितभाषी
  • जो किसी की ओर से बोले- प्रवक्ता
  • दो बातों या कामों में से एक- वैकल्पिक
  • गिरने से कुछ ही बची इमारत- ध्वंसावशेष
  • वीर पुत्रों को जन्म देनेवाली- वीरप्रसूता
  • वीरों द्वारा भोगी जानेवाली- वीरभोग्या
  • जिसके गर्भ में रत्न हो- रत्नगर्भा
  • जो सबको समान रूप से देखे- समदर्शी
  • जो सब जगह व्याप्त हो- सर्वव्यापक
  • जो रोग एक से दूसरे को हो- संक्रामक
  • जो दो बार जन्म ले- द्विज
  • पिता से प्राप्त सम्पत्ति- पैतृक
  • जो अपनी इच्छा से सेवा करे- स्वयंसेवक
  • गोद ली हुई संतान- दत्तक
  • भूगोल से संबंध रखनेवाला- भौगोलिक
  • पृथ्वी से संबंध रखनेवाला- पार्थिव
  • साधारण लोगों में कही जानेवाली बात- किंवदंती
  • किसी कलाकार की कलापूर्ण रचना- कलाकृति
  • लोगों में परंपरा से चली आई कथा- दन्तकथा
  • जिसका नाश अवश्यंभावी हो- नश्वर
  • जो पुराणों से संबंध रखता हो- पौराणिक
  • जो वेदों से संबंध रखता हो- वैदिक
  • जिसका जन्म पसीने से हो- स्वेदज
  • विमान चलानेवाला- वैमानिक
  • सबके साथ मिलकर गाया जानेवाला गान- सहगान
  • जो सब कालों में एक समान हो- सर्वकालिक
  • जो सम्पूर्ण लोक में हो- सार्वलौकिक
  • जिसका उदाहरण दिया गया हो- उदाहृत
  • जिसका उद्धरण दिया गया हो- उद्धृत
  • जिस स्त्री के संतान न होती हो- बाँझ
  • जिसका अनुभव किया जा सके- अनुभवजन्य
  • जो अपमानित हो चुका हो- अनादृत
  • अभिनय करने योग्य- अभिनेय
  • उपासना करने योग्य- उपास्य
  • जो भूमि उपजाऊ न हो- ऊसर
  • जो इंद्रियों के बाहर हो- इंद्रियातीत
  • जो उड़ा जा रहा हो- उड्डीयमान
  • तिनकों से बना घर- उटज
  • जो छाती के बल चले- उरग
  • ऊपर जानेवाला- ऊर्ध्वगामी
  • ऊपर गया हुआ- ऊर्ध्वगत
  • अन्य देश का पुरुष- उपही
  • आकाश से तारे का टूटना- उपप्लव
  • गर्मी से उत्पन्न- उष्मज
  • स्वप्न में बकझक करना- उचावा
  • दो दिशाओं के बीच की दिशा- उपदिशा
  • अंगुलियों में होनेवाला फोड़ा- इकौता
  • गर्भिणी स्त्री की लालसा- उकौना
  • जो बहुत कुछ जानता हो- बहुज्ञ
  • नीचे लिखा हुआ- निम्नलिखित
  • ऊपर कहा गया- उपर्युक्त
  • बुरी बुद्धिवल- कुबुद्धि
  • चारों ओर चक्कर काटना- परिक्रमा
  • जिसका कोई आसरा न हो- निराश्रित
  • जिसमें विष न हो- निर्विष
  • जिसका पति मर गया हो- विधवा
  • जिसका पति जीवित हो- सधवा
  • जो तीनों कालों की बात जानता हो- त्रिकालज्ञ
  • पंद्रह दिनों का समूह- पक्ष
  • पढ़ने वाला- पाठक
  • प्रेम उत्पन्न करनेवाला- अनुरंजक
  • अनुभव प्राप्त- अनुभवी
  •  हित न चाहनेवाला- अनहितू
  • अध्ययन किया हुआ- अधीत
  • उतरती युवावस्था का- अधेर
  • रथ पर चढ़ा हुआ योद्धा- अधिरथ
  • होठों पर चढ़ी पान की लाली- अधरज
  • आज के दिन से पूर्व का काल- अनद्यतनभूत
  • शीघ्रता का अभाव- अत्वरा
  • जो ऊँचा न हो- अतुंग
  • जिसका ज्ञान इंद्रियों के द्वारा न हो- अतिंद्रिय
  • मर्यादा का उल्लंघन करके किया हुआ- अतिकृत
  • व्यर्थ प्रलाप करना- अतिकथा
  • अति सूक्ष्म परिमाण- अणिमा
  • ठहाका लगाकर हँसना- अट्टहास
  • न टूटने वाला- अटूट
  • प्रसूता को दिया जानेवाला भोजन- अछवानी
  • बिना चिंता किया हुआ- अचिंतित
  • जिसका चिकित्सा न हो- अचिकित्स्य
  • सेना के आगे लड़नेवाला योद्धा- अग्रयोधा
  • माँ-बहन संबंधी गाली- आक्षरणा
  • न कहने योग्य वचन- अवाच्य
  • दूसरे के गुणों में दोष निकलना- असूया
  • मानसिक भाव छिपाना- अवहित्था
  • जल से परिपूर्ण- अनूप
  • जिसके जल का प्रवाह गुप्त हो- अंतरस्सलिल
  • देह का दाहिना भाग- अपसव्य
  • जिसकी आकृति का कोई और न मिले- अप्रतिरूप
  • शाप दिया हुआ- अभिशप्त
  • पानी भरनेवाला- अंबुवाह
  • लोहे का काम करनेवाला- लोहार
  • आठ पद वाला- अष्टपदी
  • जिसे पान करने से अमर हो जाए- अमृत
  • चोट खाया हुआ- आहत
  • किसी को भय से बचाने का वचन देना- अभयदान
  • किसी के शरीर की रक्षा करनेवाला- अंगरक्षक
  • अनुसंधान की इच्छा- अनुसंधित्सा
  • आम का बगीचा- अमराई
  • राजा का बगीचा- आक्रीड
  • बच्चे को पहले-पहल अन्न खिलाना- अन्नप्राशन
  • जिस पेड़ के पत्ते झाड़ गए हों- अपर्ण
  • अनिश्चित जीविका- आकाशवृत्ति
  • बादल के भीतर का भाग- अंतःपुर
  • जो शोक करने के योग्य न हो- अशोच्च
  • जो जन्म लेते ही मर जाए- आदण्डपात
  • जिसका अनुभव किया गया हो- अनुभूत
  • वृक्षों को जल से थोड़ा सिंचना- आसेक
  • उत्कंठा सहित मन का वेग- आवेग
  • मंत्र-द्वारा देवता को बुलाना- आवाहन
  • घर के सामने का मांच- आलिंद
  • भारतवर्ष का उत्तरी भाग- आर्यावर्त
  • तुलना द्वारा प्राप्त- आपेक्षिक
  • विपत्ति के समय विधान करने का धर्म- आपद्धर्म
  • बंधक रखा हुआ- आधीकृत
  • धूप से बचने का छाता- आतपत्र
  • जो व्याकरण द्वारा सिद्ध न हो- अपभ्रंश
  • पश्चिम दिशा- प्रतीची
  • पूरब दिशा- प्राची
  • उत्तर दिशा- उदीची
  • दक्षिण दिशा- अवाची
  • आत्मा या अपने आप पर विश्वास- आत्मविश्वास
  • जो प्रमाण से सिद्ध न हो- अप्रमेय
  • जिसे मापा न जा सके- अपरिमेय
  • जिसकी आशा न की गई हो- अप्रत्याशित
  • जो भेद या तोड़ा न जा सके- अभेद्य
  • बिना प्रयास के- अनायास
  • आदि से अंत तक- आद्योपांत
  • जिसे खाया न जा सके- अखाद्य
  • जिसे जीता न जा सके- अजेय
  • आलोचना के योग्य- आलोच्य
  • सिर से लेकर पैर तक- आपादमस्तक
  • आलोचना करनेवाला- आलोचक
  • जो पुरुष अभिनय करे- अभिनेता
  • जो स्त्री अभिनय करे- अभिनेत्री
  • जो कम बोलता हो- अल्पभाषी
  • बढ़ा-चढ़ाकर कहना- अतिशयोक्ति
  • जो नहीं हो सकता है- असंभव
  • जो स्त्री सूर्य भी न देख सके- असूर्यम्पश्या
  • जिसके पार न देखा जा सके- अपारदर्शी
  • जिसके आने की तिथि ज्ञात न हो- अतिथि
  • किसी विशेष वस्तु की हार्दिक इच्छा- अभिलापा
  • किसी श्रेष्ठ का मान या स्वागत- अभिनंदन
  • मोहजनित प्रेम- आसक्ति
  • किसी के दुःख से दुखी होकर उसपर दया करना- अनुकम्पा
  • किसी छोटे से प्रसन्न हो उसका उपकार करना- अनुग्रह
  • जो साधा न जा सके- असाध्य
  • जो नई चीज़ निकले या खोज करे- आविष्कार
  • जिस पुस्तक में आठ अध्याय ही- अष्टाध्यायी
  • जिसका शत्रु पैदा नहीं लिया- अजातशत्रु
  • जिसे भय न हो- अभय/निर्भय
  • जो थोड़ा जानता हो- अल्पज्ञ
  • जिसका नाथ/सहारा न हो- अनाथ
  • जो परीक्षा या जाँच कठिन हो- अग्निपरीक्षा
  • दोपहर के बाद का समय- अपराह्न
  • जिसकी संख्या सीमित न हो- असंख्य
  • जो होने से पूर्व किसी बात का अनुमान करे- अनागतविधाता
  • जो मनुष्य के लिए उचित न हो- अमानुषिक
  • साधारण नियम के विरुद्ध बात- अपवाद
  • बिना विचार किए विश्वास करना- अंधविश्वास
  • नकल करने योग्य- अनुकरणीय
  • जिसे काटा न जा सके- अकाट्य
  • जिसे टाला न जा सके- अनिवार्य
  • जिसका वर्णन न हो सके- अवर्णनीय
  • अनेक राष्ट्रों में आपस में होनेवाली बात- अंतर्राष्ट्रीय
  • दूसरे के अंदर की गहराई ताड़नेवाला- अंतर्दर्शी
  • दूसरे के मन की बात जाननेवाला- अंतर्यामी
  • अंडे से पैदा होनेवाला- अंडज
  • जो आयुर्वेद से संबंध रखे- आयुर्वेदिक
  • जो पढ़ा-लिखा न हो- अनपढ़
  • जो दूसरों का बुरा करे- अपकारी
  • जो साध्य न हो- असाध्य
  • स्वयं अपने को मार डालना- आत्महत्या
  • जिस पर विश्वास न हो- अविश्वसनीय
  • जिसका अपराध सिद्ध हो- अपराधी
  • जिसपर मुक़दमा हो- अभियुक्त
  • ऐसे स्थान पर निवास जहाँ कोई पता न पा सके- अज्ञातवास
  • बार-बार बोलना- अनुलाप
  • लेख की नकल- प्रतिलिपि
  • जो सब देशों का हो- सार्वदेशिक
  • जो आँखों के सामने हो- प्रत्यक्ष
  • जानने की इच्छा- जिज्ञासा
  • जानने को इच्छुक व्यक्ति- जिज्ञासु
  • जिसे प्यास लगी हो- पिपासु
  • जो मीठा बोले- मधुरभाषी
  • जो देर तक स्मरण के योग्य हो- चिरस्मरणीय
  • समाज से संबंध रखनेवाला- सामाजिक
  • केवल फल खाकर रहनेवाला- फलाहारी
  • शासन हेतु नियमों का समूह- संविधान
  • सोने-जैसा रंगवाला- सुनहला
  • दस वर्षों का समूह- दशक
  • सौ वर्षों का समूह- शताब्दी
  • जिसके होश ठिकाने न हो- मदहोश
  • लेने की इच्छा- लिप्सा
  • जो बहुत बातें बनाए- बातूनी
  • जो नाप-तौलकर खर्च करे- मितव्ययी
  • व्याकरण जाननेवाला- वैयाकरण
  • जिसे तनिक भी लज्जा न हो- निर्लज्ज
  • जो बात साफ-साफ करे- स्पष्टवादी
  • इतिहास से संबंधित- ऐतिहासिक
  • जो कठिनाई से साधा जाए- दुःसाध्य
  • जो सुगमता से साधा जाए- सुसाध्य
  • जो आसानी से मिल जाए- सुलभ
  • जो कठिनाई से मिले- दुर्लभ
  • जिसका जवाब न हो- लाजवाब
  • जिसका इलाज न हो- लाइलाज
  • जो हर काम देर से करे- दीर्घसूत्री
  • जो किसी काम की ज़िम्मेदारी ले- जवाबदेह
  • हाथ की लिखी पुस्तक- पांडुलिपि
  •  मध्य रात्रि का समय- निशीथ
  • लताओं से आच्छादित रमणीय स्थान- निकुंज
  • पर्वत के नीचे की समभूमि- उपत्यका
  • जहाँ नाटक का अभिनय किया जाय- रंगमंच
  • जिस सेना में हाथी, घोड़े, रथी और पैदल हों- चतुरंगिणी
  • जो काम कठिन हो- दुष्कर
  • अच्छा बोलनेवाला- सुवक्ता/ वाग्मी
  • बुरे मार्ग पर चलनेवाला- कुमार्गगामी
  • जिसका आचरण अच्छा हो- सदाचारी
  • जिसका आचरण अच्छा न हो- दुराचारी
  • जिसमें दया हो- दयालु
  • जिसमें दया न हो- निर्दय
  • जो प्रशंसा के योग्य हो- प्रशंसनीय
  • जिसमें कोई विकार न आता हो- निर्विकार
  • जिसमें कपट न हो- निष्कपट
  • समय समय में होनेवाला- समसामयिक
  • जो आकाश में विचरण करे- खेचर
  • वह पहाड़ जिससे आग निकले- ज्वालामुखी
  • जो मोह नहीं करता है- निर्मोही
  • किसी का पक्ष लेनेवाला- पक्षपाती
  • इतिहास को जाननेवाला- इतिहासज्ञ
  • जिस शब्द के दो अर्थ हों- श्लिष्ट
  • अपना नाम स्वयं लिखना- हस्ताक्षर
  • जो हमेशा बदलता रहे- परिवर्तनशील
  • कूसंगति के कारण चरित्र पर दोष- कलंक
  • सतो गुण का- सात्त्विक
  • रजो गुण का- राजसिक
  • तमो गुण का- तामसिक
  • जो किसी विषय को विशेष रूप से जाने- विशेषज्ञ
  • गगन चूमनेवाला- गगनचुंबी
  • जो मन को हर ले- मनोहर
  • जो सबसे प्रिय हो- प्रियतम
  • याचना करनेवाला- याचक
  • जो देखने योग्य जो- दर्शनीय
  • जो पूछने योग्य हो- प्रष्टव्य
  • जो करने योग्य हो- कर्त्तव्य
  • जो सुनने योग्य हो- श्रव्य
  • जंगल की आग- दावानल
  • पेट या उदर की आग- जठरानल
  • समुद्र की आग- वडवानल
  • जो राजगद्दी का अधिकारी हो- युवराज
  • रात और संध्या के बीच की बेला- गोधूली
  • पुत्र की वधू- पुत्रवधू
  • पुत्र का पुत्र- पौत्र
  • जहाँ भोजन मुफ़्त मिले- सदाव्रत
  • जो व्याख्या करे- व्याख्याता
  • जो पुरुष लोहे की तरह बलिष्ठ हो- लौहपुरुष
  • युग का निर्माण करनेवाला- युगनिर्माता
  • यात्रा करनेवाला- यात्री
  • तेज़ी से चलने वाला- द्रुतगामी
  • जिसकी बुद्धि झट सोच ले- प्रत्युत्पन्नमति
  • जिसकी बुद्धि कुश के अग्रभाग के समान हो- कुशाग्रबुद्धि
  • जिसका तेज निकल गया है- निस्तेज
  • करने की इच्छा- चिकीर्षा
  • जीने की इच्छा- जिजीविषा
  • तीन प्रहारों वाली रात- त्रियामा
  • वृद्धावस्था से घिरा हुआ- जराक्रान्त
  • ख़ाली या रिक्त करानेवाला- रिक्तक/रेचक
  • जिसका दमन करना कठिन हो- दुर्दम्य
  • जिसको लांघना कठिन हो- दुर्लंघ्य
  • जो पाप रहित हो- निष्पाप
  • सब कुछ खानेवाला- सर्वभक्षी
  • जो दिन में एक बार आहार करे- एकाहारी
  • जो अपने से उत्पन्न हुआ हो- स्वयंभू
  • बहुत-सी भाषाओं को जाननेवाला- बहुभाषाविद्
  • रोंगटे खड़ा करनेवाला- लोमहर्षक
  • हाथ की सफ़ाई- हस्तलाघव
  • जिसकी पत्नी साथ नहीं हो- विपत्नीक
  • पर्दे में रहनेवाली नारी- पर्दानशीं
  • जो विषय विचार में आ जाए- विचारागम्य
  • लम्बी भुजाओं वाला- दीर्घबाहु
  • जिसका घर्षण कठिनता से हो- दुर्घर्ष
  • जिसके दोनों ओर जल है- दोआव
  • वर्षा के जल से पालित- देवमातृक
  • पृथ्वी को धारण करनेवाला- महीधर
  • जो सम नहीं है, उसे सम करना- समीकरण
  • केवल वर्षा पर निर्भर- बारानी
  • द्वीप में जन्मा- द्वैपायण
  • जो प्रायः कहा जाता है- प्रायोवाद
  • सोना, चाँदी पर किया गया रंगीन काम- मीनाकारी
  • कुएँ के मेंढक के समान संकीर्ण बुद्धिवाला- कूपमंडुक
  • कलम की कमाई खानेवाला- मसिजीवी
  • किसी काम में दख़ल देना- हस्तक्षेप
  • गणपति का उपासक- गाणपत्य
  • स्थिर रहनेवाली वस्तु- स्थावर
  • घास खानेवाला- तृणभोजी
  • छोटी चीज़ को बड़ा दिखाने वाला यंत्र- खुर्दबीन
  • जहाँ से गंगा निकली- गंगोत्री
  • जल में रहनेवाली सेना- नौसेना
  • जहाँ किताबें छपती हैं- छापाखाना
  • जहाँ रुपए ढाले जाते हैं- टक्साल
  • जहाँ घोड़े बांधे जाते हैं- घुड़साल
  • जिसको पूर्व जन्म की बातें याद हैं- जातिस्मर
  • जिसके आधार पर रास्ता आनंदपूर्ण हो- संबल
  • अंडों से निकली छोटी मछलियों का समूह- पोताधान
  • अस्तित्वहीन वस्तु का विश्लेषण- काकदंतपरीक्षण
  • हृदय का विदारण करनेवाला- हृदय-विदारक
  • प्राण देनेवाली- प्राणदा
  • व्यक्तिगत आजादी- स्वतंत्रता
  • सामूहिक आजादी- स्वाधीनता
  • जो बहुत बातें बनाए- बातूनी
  • जो तत्त्व सदा रहे- शाश्वत
  • अंग पोंछने का वस्त्र- अँगोछा
  • वह गणित जिसमें संख्याओं का प्रयोग हो- अंकगणित
  • तट का जो भाग जल के भीतर हो- अंतरीप
  • झूठा मुक़दमा- अभ्याख्यान
  • बालक से लेकर वृद्ध तक- आबालवृद्ध

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