आज के समय में लोग सबसे ज़्यादा समय अपने फ़ोन पर बिताते हैं। जिस तरह शराब, सिगरेट और जुआ का लत होता है, कुछ लोगों को हमेशा अपने स्मार्टफ़ोन में लगे रहने की लत लग गयी है। इसी कड़ी में Android ने सभी फ़ोन में Digital Wellbeing & Parental Controls का एक ऑप्शन दे दिया है। तो चलिए जानते हैं कि Digital Wellbeing Kya Hai? इसका इस्तेमाल करके आपको क्या फ़ायदा मिल सकता है?
जैसे कि इसके नाम से ही आपको मालूम पड़ रहा होगा कि यह आपके digital life को बेहतर करने के लिए कोई अच्छा फ़ीचर है; साथ में आपने अभिभावक भी आपको कुछ हद तक नियंत्रण में ला सकते हैं। Phone Addiction Stop करने के लिए, इससे बाहर निकलने के लिए यह आपको काफ़ी मदद कर सकता है।
Digital Wellbeing Kya Hai?
Digital Wellbeing आपके फोन उपयोग के बारे में पूरी जानकारी देता है, जैसे कि आपने आज कितनी बार phone unlock किया, किस app में कितने घंटे समय बिताया यानी कुल-मिलाकर आप रोज़ाना अपना समय कितने घंटे फ़ोन को दे रहे हो।
इससे आप अपने बारे में यह विश्लेषण कर सकते हैं कि जो भी apps आप यूज़ करते हैं, क्या वो ज़रूरी हैं या फिर ऐसे भी time pass करने के लिए आप यूज़ कर रहे हैं? कौन-से apps आपका ज़्यादा समय ले रही हैं, किसको आपको थोड़ा काम करना है और ऐसे कौन-से apps हैं जो आपके personal development & life improvement में आपको मदद कर सकती हैं जो आप काफ़ी कम इस्तेमाल कर रहे हैं।
डिजिटल वेलबीइंग का फ़ायदा क्या है?
वैसे तो आज के समय के लगभग सभी फ़ोन पर आपको Settings के अंदर ही यह फ़ीचर देखने को मिल जाएगा। लेकिन अगर आपके फ़ोन में किसी कारणवश नहीं है, तो आप Play Store से डाउनलोड भी कर सकते हैं।
Digital Wellbeing ka benefit यह है कि आप सभी apps में एक time limit set कर सकते हैं, जिससे आप अपने समय का सदुपयोग कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, आपके सोचा कि मुझे YouTube App प्रतिदिन एक घंटे ही यूज़ करना है, तो जैसे ही आपका 1 Hour हो जाएगा उसके बाद YouTube नहीं ओपन होगा।
वैसे अगर आप एक बच्चे हैं, तो शायद आपके लिए इसका एक नुक़सान भी हो सकता है कि आप किसी भी तरह से, कितने भी घंटे अब फ़ोन यूज़ नहीं कर पाएँगे। क्योंकि अब आपके parents के पास भी कुछ कंट्रोल है। यह आपको थोड़े समय के लिए बुरा लग सकता है, लेकिन बात मानिए यह आपके digital wellbeing के लिए काफ़ी अच्छा है।
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Parents Controls Meaning in Hindi
डिजिटल वेलबीइंग ऑप्शन के साथ ही Parental Controls का भी फ़ीचर मिलता है, जिसकी मदद से यदि आप एक अभिभावक हैं तो आपके बच्चे फ़ोन को कितने घंटे यूज़ करते हैं, कौन-कौन से apps यूज़ करते हैं, इन सभी चीजों को control कर सकते हैं।
- इसके लिए आपको Digital Wellbeing ऑप्शन ओपन करने के बाद सबसे नीचे Set up parental controls के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
- अब आपको Get started पर क्लिक करने के बाद यह सेलेक्ट करना है कि यह फ़ोन कौन यूज़ करेगा- Child या Parent.
- अगर आप Child सेलेक्ट करते हैं, तो आपके पास जो स्मार्टफ़ोन रहता है; उसमें जो Gmail ID आप यूज़ करते हैं उसको अपने बच्चे के फ़ोन से कनेक्ट करना होगा।
- उसके बाद आप screen time, app usage और भी काफ़ी कुछ पर नज़र रख सकते हैं, और अपने बच्चे को phone addiction se baahar निकाल सकते हो।
Digital Wellbeing Kaise Use Kare?
सबसे पहले आप अपने फ़ोन के Settings में जाएँ, और थोड़ा नीचे स्क्रोल करने पर आपको Digital Wellbeing & Parental Controls के ऑप्शन पर क्लिक करना है। उसके बाद आज आपने कुल कितना समय फ़ोन पर बिताया है, उसका डेटा आपके सामने आ जाएगा।
डिजिटल वेलबीइंग के डेटा में आपको वो सारे ऐप्स दिखेंगे, जहाँ आपका टाइम जा रहा है। साथ में आपने फ़ोन को अभी तक कितनी बार unlock किया है, कुल कितने notifications आए हैं ये सारी जानकरियाँ भी मिल जाएँगी।
यदि आप चार्ट पर क्लिक करते हैं, तो आपको फिर इस पूरे सप्ताह का phone usage data मिल जाएगा। और आप लगभग पिछले एक महीने तक का डेटा देख सकते हैं, analyse कर सकते हैं कि आप किस तरह अपने फ़ोन का इस्तेमाल करते हैं और भविष्य में कैसे करना चाहिए जिससे इससे को लाभ हो, आपकी सफलता में यह digital device आपको मदद करे।