ICT की आवश्यकता और महत्त्व: ICT Kya Hai? सूचना सम्प्रेषण तकनीकी का महत्त्व

आधुनिक युग विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी का युग है. वैज्ञानिक आविष्कारों ने मानव जीवन के हर एक क्षेत्र के कार्य को प्रभावित किया है. टेक्नोलॉजी  प्रत्येक क्षेत्र में अपना जगह बना लिया है. इसके प्रभाव से शिक्षा भी अछूती नहीं रही है. आज शिक्षा के क्षेत्र में ज्ञान की नवीन शाखाओं का विकास हो रहा है. इस ज्ञान को आत्मसात करने, ज्ञान का संचय, प्रसार, वृद्धि एवं सम्प्रेषण के लिए विकसित तकनीकी के ज्ञान एवं उपयोग की आवश्यकता है. इस कमी की पूर्ति केवल इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी द्वारा ही संभव है. तो आज हम आपसे ICT की आवश्यकता और महत्त्व के बारे में बात करेंगे.

वर्त्तमान में कई इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का विकास हुआ है. सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी के माध्यम से हम अपने विचारों, भावों, सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं. आईसीटी के अंतर्गत सभी प्रकार के  दृश्य -श्रव्य सामग्री, संचार एवं सम्प्रेषण तकनीक आते हैं. जैसे, रेडियो, टेलीविज़न, कंप्यूटर टेपरिकॉर्डर आदि.

ICT Kya Hai? 

आईसीटी का पूरा नाम Information and Communication Technology है. हिंदी में इसे सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी कहा जाता है. यह सूचनाओं का आदान-प्रदान करने का एक माध्यम है. इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी के जरिये अपनी विचारों, सूचनाओं को दूसरों तक पहुंचा सकते हैं.

सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का अर्थ 

सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का अर्थ होता है, विचारों, सूचनाओं का आदान-प्रदान का माध्यम. जिनके माध्यम से विचारों, भावों, सूचनाओ का आदान-प्रदान होता है, उसे सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी कहते हैं. सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी(आईसीटी) के माध्यम से विचारों, सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है. सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी के अंतर्गत सभी प्रकार के  दृश्य -श्रव्य सामग्री, संचार एवं सम्प्रेषण तकनीक आते हैं. जैसे, रेडियो, टेलीविज़न, कंप्यूटर टेपरिकॉर्डर और शिक्षण मशीन जैसे प्रोजेक्टर, स्मार्टबोर्ड आदि.

शिक्षा और शिक्षण , बिना सूचनाओं तथा विचारों के आदान-प्रदान के संभव नहीं है. शिक्षा के क्षेत्र में आईसीटी की अहम् भूमिका है. हम भाषा संकेत, हाव-भाव, आदि की सहायता से अपने मन के विचारों का सम्प्रेषण करते हैं. इस तकनीकी के द्वारा दो या दो से अधिक लोगों के बीच विचारों , भावनाओं, सूचनाओं आदि का आदान-प्रदान किया जाता है.

ICT की आवश्यकता एवं महत्त्व 

मानव जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सूचना-सम्प्रेषण तकनीकी की आवश्यकता और महत्त्व है. सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी मानव जीवन की आवश्यकता ही नहीं है, बल्कि यह मनुष्य के जीवन का विशेष अंग बन गयी है. कोई भी क्षेत्र सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी से अछूता नहीं है. शिक्षा के क्षेत्र में भी आईसीटी ने अहम् भूमिका निभाई है.

सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का महत्व 

  • शिक्षा की बढती मांग को पूरा करने के लिए तथा छात्रों की शैक्षिक आवशयकताओं की पूर्ति करने के लिए सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का अत्यधिक महत्त्व है.
  • शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को सरल, सुबोध एवं सुगम बनाने में सूचना-सम्प्रेषण तकनीकी महत्पूर्ण है.
  • विद्यार्थियों के योग्यतानुसार पाठ्य-सामग्री को बोधगम्य बनाने में आईसीटी एक महत्पूर्ण उपकरण है.
  • सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी शिक्षा के सभी माध्यमों में प्रमुख भूमिका निभाती है. औपचारिक, अनौपचारिक जैसी सभी तरह की शिक्षा में महत्त्व रखती है.
  • इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी ने दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र को सशक्त किया है.
  • यह शिक्षण प्रक्रिया को रोचक बनाती है तथा विद्यार्थियों में अभिप्रेरणा (Motivation) उत्पन्न करती है.
  • सभी प्रकार के व्यावसायिक प्रशिक्षणों में एक लोकप्रिय साधन के रूप में सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का प्रयोग होता है.
  • जन-साधारण को सामान्य शिक्षा प्रदान करने में आईसीटी का अत्यधिक महत्त्व है.
  • इसके द्वारा छात्रों के अधिगम को स्थायी बनाया जा सकता है.
  • आईसीटी छात्रों के ध्यान केन्द्रित करने का उत्तम साधन है.

सूचना-सम्प्रेषण तकनीकी की आवश्यकता

  • मानव जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सूचना-सम्प्रेषण तकनीकी की आवश्यकता है.
  • सूचनाओं को भेजने, प्राप्त करने में इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी की आवश्यकता होती है.
  • सभी प्रकार की सूचनाओं का प्रचार-प्रसार करने में इसकी आवश्यकता होती है.
  • व्यवसाय से सम्बंधित सभी प्रकार की सूचनाओं का आदान-प्रदान के लिए सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी की आवश्यकता होती है.
  • इसके माध्यम से वस्तुओं का लेन-देन, संसाधनों की उपलब्धता, उपभोक्ताओं की आवश्यकता की पूर्ति आदि से सम्बंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है.
  • सूचना-सम्प्रेषण तकनीकी समन्वय के लिए भी आवश्यक है.
  • विभिन्न विभागों, संस्थाओं में समन्वय स्थापित करने के लिए आईसीटी की आवश्यकता होती है.

सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी के उद्देश्य 

  • सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का मुख्य उद्देश्य है, शिक्षा के विकास एवं प्रचार-प्रसार करना.
  • शिक्षा एवं अनुसन्धान से सम्बंधित सामग्रियों का आधिकाधिक संचार करना और समाज के प्रत्येक नागरिकों तक पहुँचाना.
  • वर्त्तमान पीढी को साइबर एजुकेशन ऐज में प्रतिस्थापित करना, जिसके जरिये छात्र ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकें.
  • इसरो, एनसीईआरटी तथा इग्नू (IGNOU) जैसी राष्ट्रीय शैक्षिक संस्थाओं का जनसंचार करना.
  • डिजिटल पुस्तकालयों की स्थपाना करना.
  • विद्यार्थी सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी के महत्त्व और आवश्यकता के बारे में जान सकेंगे.
  • राष्ट्र के आर्थिक विकास में सहायता प्रदान करना.
  • ई-कॉमर्स, Email, ई-इंक, एटीएम तथा क्रेडिट कार्ड आदि को अधिकाधिक प्रचलित करना.
  • स्कैनिंग,  CT-Scanning, अल्ट्रासाउंड आदि उपयोगी उपकरणों का निर्माण और उपयोग करके, स्वास्थ्य संसाधनों का विकास करना.

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