गाँवों के विकास के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक मुखिया की नियुक्ति होती है. जो पुरे एक पंचायत का प्रधान होता है. वह एक पंचायत के अंतर्गत आने वाली सभी गाँवों के विकास के लिए कार्य करती है. मुखिया सरकारी योजनाओं को गांवों में लाती है और जरूरतमंद लोगों तक सरकारी योजना का लाभ पहुंचाती. अब आपके मन में सवाल होगा कि मुखिया कैसे बने? तो आज आप जानेंगे कि Mukhiya Kaise Bante Hai? मुखिया की सैलरी और कार्य.
मुखिया किसे कहते हैं?
ग्राम पंचायत के प्रधान व्यक्ति को मुखिया कहते हैं. पंचायती राज अधिनियम के तहत गाँवों के विकास के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक मुखिया का पद होता है. मुखिया पुरे एक ग्राम पंचायत यानि आठ से दस गांवों का प्रधान नागरिक होता है. जो गाँवों की समस्याओं को सुलझाती है. जैसे सड़क, पानी, बिजली आदि. इसके अलावे गाँवों में किसी प्रकार की लड़ाई-झगडा होती है, तो उन समस्याओं को भी सुलझाता है.
Mukhiya (मुखिया)Kaise Bane?
- मुखिया बनने के लिए पंचायत चुनाव में मुखिया पद के लिए आवेदन करना होगा.
- और मुखिया उम्मीदवार के रूप में विजयी प्राप्त करना होगा.
- प्रत्येक पांच वर्षों में पंचायत चुनाव के तहत मुखिया का चुनाव होता है.
- जब पंचायत चुनाव के लिए घोषणा होती है, तब आपको मुखिया पद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव-प्रक्रिया में भाग लेना होगा.
- ग्राम पंचायत चुनाव में मुखिया, वार्ड, ग्राम पंचायत समिति, जिला परिषद् का चुनाव होता है.
- आपको मुखिया पद के लिए आवेदन करना होगा.
- आवेदन/नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव से सम्बंधित चुनाव चिन्ह प्राप्त होता है.
- उसके बाद चुनाव के प्रचार के लिए निर्धारित समय दिया जाता है, उस निर्धारित समय में आपको अपना और अपने चुनाव चिन्ह का प्रचार करना होगा.
- प्रचार ख़त्म होने बाद निर्धारित तिथि में चुनाव होता है.
- आपकी गाँव में छवि अच्छी होगी, तो वोट अधिक से अधिक मिलेंगे.
- उसके बाद निर्धारित समय में मतगणना होता है.
- जो उम्मीदवार अधिक मत प्राप्त करता हैं, उसे विजयी माना जाता है.
- विजयी उम्मीदवार को उस ग्राम पंचायत के मुखिया का पद मिलता है.
मुखिया पद के लिए योग्यता
- उम्मीदवार की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए.
- और उम्मीवार का नाम मतदाता सूची में हो.
- मुखिया उम्मीदवार उस ग्राम पंचायत का निवासी होना चाहिए, जिस ग्राम पंचायत में मुखिया बनना चाहता है.
मुखिया का चुनाव कैसे होता है?
मुखिया का चुनाव जनता के द्वारा प्रत्यक्ष मतदान के माध्यम से होता है. पंचायत चुनाव में एक पंचायत से कई मुखिया उम्मीदवार चुनाव लड़ते हैं, जनता अपनी इच्छा से अपनी पसंद की उम्मीदवार को वोट या मत देती है. मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मतगणना (वोट की गिनती) होती है. जिस उम्मीदवार को अधिक वोट/ मत मिलता है, वह विजयी होता है. विजयी उम्मीदवार ग्राम पंचायत का मुखिया बनता है.
Mukhiya ki Salary Kitni Hoti Hai?
मुखिया का वेतन 2500 रूपये से 5000 रूपये तक होता है. सभी राज्यों में ग्राम पंचायत मुखिया का वेतन अलग-अलग होता है.
मुखिया के कार्य
- मुखिया का मुख्य काम गाँवों का विकास करना होता है.
- गांवों में होने वाली समस्याएँ जैसे, सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा आदि को ठीक करवाना.
- सरकारी योजनाओं का लाभ गाँवों के लोगों तक पहुँचाना.
- ग्राम सभा और ग्राम पंचायत की बैठकें आयोजित करना और उनकी अध्यक्षता करना.
- एक वर्ष में कम से कम ग्राम सभा की चार बार बैठक आयोजित करना.
- इनका मुख्य काम ग्राम पंचायत के कार्यकारी प्रशासन की देख-रेख करना
- ग्राम पंचायत के अंतर्गत अपने से निचे कार्य करने वाले कर्मचारियों को दिशा-निर्देश देना.
- सरकारी कार्यों से सम्बंधित जरुरी जानकारी को पंजीकरण करना और रजिस्टरों का रख-रखाव करना.
- सरकारी निर्माण कार्यों को कार्यान्वित करवाना.जैसे, सड़क, नाली, चबूतरें, तालाब, कुँए आदि निर्माण कार्य को करवाना.
- मुखिया को राज्य सरकार के द्वारा सौपीं गयी सभी कार्यों को करना होता है.
- इसके साथ ही मुखिया ग्राम पंचायत के द्वारा तय किए गए करों, चंदों एवं फीसों की वसूली की भी व्यवस्था करता है.
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