वर्षा ऋतु हम सभी का पसंदीदा ऋतु है, क्योंकि तपती गर्मी यानि ग्रीष्म ऋतु के बाद यह ऋतु ठंडक लेकर आती है. इस ऋतु के आगमन से धरती में नमी आ जाती है, जिससे वातावरण खुशनुमा हो जाता है. भारत के लिए यह ऋतु बहुत ही महत्वपूर्ण ऋतु है, क्योंकि भारत की अधिकांश जनसँख्या खेती करके जीवन-यापन करती है. बारिश आती है, तब किसान खेतों में फसल लगाते हैं. अब आप सभी के मन में सवाल होगा कि वर्षाऋतु कब आती है? तो आज हम आपसे Rainy Season Essay in Hindi के बारे में बात करेंगे.
Rainy Season Essay in Hindi
वर्षा ऋतु क्या है?
वर्षा ऋतु, वर्ष की एक ऋतु है, जिसमें बरसात, बारिश बहुत अधिक होती है. यह ऋतु गर्मी मौसम के बाद आती है, इस ऋतु में वातावरण का तापमान और आर्द्रता प्रायः उच्च रहता है. वर्षा होने से गर्मी से राहत मिलता है.
सभी लोग वर्षा ऋतु का आनंद लेते हैं, क्योंकि इस मौसम में ताजी हवा और बारिश के पानी से वातावरण स्वच्छ और सुंदर हो जाता है. साथ ही गर्मी मौसम के बाद पेड़ों में हरे-भरे नए पत्ते दिखाई देते हैं. पेड़ों में पत्ते आ जाने से चारों और हरयाली छा जाती है.
वर्षा ऋतु कब आती है?
वर्षा ऋतु जून, जुलाई महीने में आती है, और अक्टूबर महीने तक रहती है. हिंदी कैलेंडर के अनुसार वर्षा ऋतु का आगमन आषाढ़, श्रावण मास में होता है. आषाढ़ मास में आती है और अशिवन मास तक रही है. अन्य देशों में वर्षा ऋतु अलग समयों पर हो सकती है. प्राय: वर्षा ऋतु की अवधि जून, जुलाई से अक्टूबर माह तक होता है.
पुरे एक में चार ऋतुएँ होती हैं, वसंत, ग्रीष्म, वर्षा और शीत ऋतु. इन सभी ऋतुओं का अपना-अपना महत्त्व है. लेकिन चारों ऋतुओं में सबसे प्रमुख ऋतु वर्षा ऋतु यानि बरसात का मौसम होता है. क्योंकि यह मौसम किसानों के लिए बहुत लाभकारी होता है. इस मौसम में किसान धान की फसल लगाते हैं.
वर्षा ऋतु पर निबंध
भारत के चार ऋतुओं में वर्षा ऋतु सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय ऋतु है. इस ऋतु का आगमन गर्मी मौसम के बाद होता है. भयंकर गर्मी, गर्म हवाएँ लू चलने, की वजह से परेशान हो जाने के बाद वर्षा ऋतु आती है. इस ऋतु के आने के साथ ही वातावरण में नमी आ जाती है, और हम सभी मानव प्राणियों को गर्मी से राहत मिलती है. इस ऋतु का आगमन जून, जुलाई महीने में होता है.
मानव सहित सभी प्रकार के प्राणि और पेड़-पौधें उत्सुकता के साथ इस ऋतु का इंतजार करते हैं, इसके स्वागत के लिए ढेर सारी तैयारियाँ करते हैं. सभी लोग वर्षा ऋतु का आनंद लेते हैं, क्योंकि इस मौसम में ताजी हवा और बारिश के पानी से वातावरण स्वच्छ और सुंदर हो जाता है.
साथ ही गर्मी मौसम के बाद पेड़ों में हरे-भरे नए पत्ते दिखाई देते हैं. पेड़ों में पत्ते आ जाने से चारों और हरयाली छा जाती है. इस मौसम में आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है.
सम्पूर्ण वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है. मानव इस हरे-भरे पर्यावरण और दूसरी चीजों की तस्वीरें लेता है और कैमरे में कैद करके रखता है. आकाश में सफेद, भूरा और गहरा काला बादल भ्रमण करता दिखाई देता है. इस मौसम में सभी जीवित प्राणियों को राहत की साँस और सुकून मिलता है.
वर्षा ऋतु के बारे में: Rainy Season Essay in Hindi
इस ऋतु में निर्धन परिवार काफी परेशान रहते हैं, क्योंकि उन्हें अपने कच्चे घर गिर जाने की आशंका बनी रहती है. यम की कचहरी से किसी समय भी उनके सारे परिवार का परवाना कट सकता है.अतिवृष्टि से छोटी-छोटी सड़के नालों में बदल जाती है, यातायात में बड़ी कठिनाई हो जाती है. सड़के, पुल, रलवे-लाइनें ये सभी टूट जाती है, अतिवृष्टि होने से बाढ़ फसलों को बर्बाद कर देती है.
बरसात में जल जमाव के कारण हैजे, मलेरिया आदि बीमारियों का प्रकोप हो जाता है, मच्छर- मक्खियों की सेना का आक्रमण होने लगता है. साँप- बिच्छुओं की सेना निकलने लगती है और हमारे प्राण हर क्षण खतरे में रहता है. घूमने-फिरने और खेल-कूद की असुविधा के कारण पाचनशक्ति नष्ट हो जाती है और हमें जानलेवा रोगों का शिकार होना पड़ता है.
वर्षा ऋतु के फायदे क्या है?
- वर्षाऋतु के आगमन से तपती गर्मी से गर्म वातावरण में नमी आ जाती है, जिससे मानव-प्राणी, पशु-पक्षी और पेड़-पौधों को गर्मी से राहत मिलती है.
- इसके आगमन से जल भूमि स्तर के ऊपर आ जाता है, जिससे कुँए, नदियाँ, तालाब और अन्य जल स्रोत्रों का स्तर ऊपर उठ जाता है.
- हमें गर्मी से ही राहत नहीं बल्कि खेतों में भी नमी आ जाती है. उसके बाद किसान खेतों में फसल लगाते हैं.
- किसानों के लिए वर्षा ऋतु का आगमन ख़ुशी का पल होता है, कृषि क्षेत्रों में एक अलग सा खुशी का माहौल बन जाता है.
- क्योंकि किसान वर्षाऋतु में ही चावल, गेहूं, बाजरा, ज्वार जैसे अन्य अनाज उगा पाते हैं.
- प्रकृति हरा-भरा हो जाता है, इससे वातावरण के चारों ओर हरियाली ही हरियाली दिखता है.
- और जगलों में सभी जीवों को पानी और भोजन प्राप्त हो जाता है.
वर्षा ऋतु के नुकसान
- बारिश के करण सड़क तथा अन्य जगहों पर पानी जमा हो जाती है जिसके कारण यातायात और अन्य कामों में बड़ी परेशानी होती है.
- इस ऋतु के आने के बाद बहुत सारी बिमारियों के फैलने का खतरा बढ जाता है, क्योंकि लगातार बारिश से कीचड़ एवं गंदगी जमा हो जाती है.
- जल के जमाव से कई प्रकार की बीमारी उत्पन्न हो सकती है और सूर्य की रोशनी की कमी से लोग संक्रमित हो सकते हैं.
- सामान्य से अधिक बारिश से बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है, जिसके कारण कई सारे क्षेत्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.ऐसे में लोगों को जन-धन का भी खतरा रहता है.
- अधिक बारिश होने पर कई सारे खेतों में लगे फसल डूब कर नष्ट हो जाती है इससे किसानों को बहुत बड़ा नुकसान होता है.
वर्षा ऋतु पर 10 वाक्य: Varsha Ritu Essay in Hindi
- गर्मी के कारण वर्षा ऋतु का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है, वर्षा ऋतु के आने से हर तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है ऐसा लगता है मानो प्रकृति को हरे रंग के चादर से ढक दिया गया हो।
- इस ऋतु के आने से पशु पक्षी सब कोई खुश हो जाते हैं क्योंकि उनको खाने के लिए हरी हरी घास और पत्तियाँ मिलती है.
- वर्षा के आने से भारत में बहुत सारी जगह पर पानी की परेशानी को दूर करता है.
- इस ऋतु के आने से किसानों के चेहरे में रौनक एवं चारों तरफ खुशी का माहौल छा जाती है.
- बरसात का मौसम सबसे अच्छा लगता है, क्योंकि इस मौसम के आने से गर्मी से राहत मिलती है.
- ‘जल ही जीवन’ जल सभी जीवों-जंतुओं के लिए बहुत ही उपयोगी है, इसी कारण इसे सभी ऋतुओं में ऊंचा स्थान दिया गया है.
- इसके आगमन से पेड़-पौधे में सूखी पत्तियाँ झड़कर नई पत्तियाँ आना शुरू हो जाती है.
- यह ऋतु बहुत ही सुहाना ऋतु है, इस मौसम में ताज़ी, हरी-भरी हवा मिलती है.
- इस ऋतु में हमें गर्मी से ही राहत नहीं बल्कि खेती के लिए भी एक वरदान है.
- किसान इस ऋतु में धान, मक्का, ज्वार, बाजरा की खेती करते हैं.
Rainy Season Short Essay in Hindi
वर्षा ऋतु, वर्ष की एक ऋतु है, जिसमें बरसात, बारिश बहुत अधिक होती है. यह ऋतु गर्मी मौसम के बाद आती है, इस ऋतु में वातावरण का तापमान और आर्द्रता प्रायः उच्च रहता है. वर्षा होने से गर्मी से राहत मिलता है. यह ऋतु भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस देश की अधिकांश आबादी कृषि कार्य करके अपना जीवन-यापन करते हैं. वर्षा ऋतु में किसान फसल लगाते हैं.
यह ऋतु जून, जुलाई महीने में आती है, और अक्टूबर महीने तक रहती है. हिंदी कैलेंडर के अनुसार वर्षा ऋतु का आगमन आषाढ़, श्रावण मास में होता है. आषाढ़ मास में आती है और अशिवन मास तक रही है. अन्य देशों में वर्षा ऋतु अलग समयों पर हो सकती है. प्राय: वर्षा ऋतु की अवधि जून, जुलाई से अक्टूबर माह तक होता है.
पुरे एक में चार ऋतुएँ होती हैं, वसंत, ग्रीष्म, वर्षा और शीत ऋतु. इन सभी ऋतुओं का अपना-अपना महत्त्व है. लेकिन चारों ऋतुओं में सबसे प्रमुख ऋतु वर्षा ऋतु यानि बरसात का मौसम होता है. क्योंकि यह मौसम किसानों के लिए बहुत लाभकारी होता है. इस मौसम में किसान धान की फसल लगाते हैं.
वर्षा ऋतु पर लेख
मानव सहित सभी प्रकार के प्राणि और पेड़-पौधें उत्सुकता के साथ इस ऋतु का इंतजार करते हैं, इसके स्वागत के लिए ढेर सारी तैयारियाँ करते हैं. सभी लोग वर्षा ऋतु का आनंद लेते हैं, क्योंकि इस मौसम में ताजी हवा और बारिश के पानी से वातावरण स्वच्छ और सुंदर हो जाता है.
साथ ही गर्मी मौसम के बाद पेड़ों में हरे-भरे नए पत्ते दिखाई देते हैं. पेड़ों में पत्ते आ जाने से चारों और हरयाली छा जाती है. इस मौसम में आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है.
सम्पूर्ण वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है. मानव इस हरे-भरे पर्यावरण और दूसरी चीजों की तस्वीरें लेता है और कैमरे में कैद करके रखता है. आकाश में सफेद, भूरा और गहरा काला बादल भ्रमण करता दिखाई देता है. इस मौसम में सभी जीवित प्राणियों को गर्मी से राहत और स्वच्छ हवा मिलती है.
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