सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र (United Nations) का एक महत्वपूर्ण भाग है जिसका काम अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और शांति बनाए रखना है। United Nations Security Council (UNSC) का नाम शायद आपने अख़बार में पढ़ा होगा जो पूरे विश्व में अलग-आला देशों के बीच शांति और सुरक्षा स्थापित करने का काम करती है।
सुरक्षा परिषद क्या है?
सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र संघ का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं प्रभावशाली अंग है। सुरक्षा परिषद में दो प्रकार के सदस्य हैं – स्थायी एवं अस्थायी। स्थायी सदस्यों की संख्या पाँच हैं तथा अस्थायी सदस्यों की संख्या 10 है।
स्थायी सदस्यों में अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन एवं फ्रांस शामिल हैं।
अस्थायी सदस्यों का चुनाव सामान्य सभा द्वारा दो वर्षों की अवधि के लिए होता है। अस्थायी सदस्यों का पुनः निर्वाचन नहीं हो सकता है। परिषद में प्रत्येक देश का एक प्रतिनिधि होता है। परिषद की बैठक एक माह में दो बार होती है, परन्तु असाधारण परिस्थिति में विशेष बैठक बुलाए जाने का भी प्रावधान है।
परिषद के निर्णय 10 देशों के बहुमत के आधार पर लिये जाते हैं, जिसे 5 स्थायी सदस्यों का समर्थन प्राप्त होना आवश्यक है।
सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों को एक विशेषाधिकार से सुसज्जित किया गया है, जिसे वीटो- शक्ति कहा जाता है। इस वीटो शक्ति का प्रयोग कर कोई भी स्थायी सदस्य निर्णय को प्रभावित कर सकता है।
सुरक्षा परिषद के कार्य एवं शक्तियाँ
- सुरक्षा परिषद का सबसे पहला उत्तरदायित्व अंतर्राष्ट्रीय शांति है।
- विवादों के समाधान के लिए सुरक्षा परिषद मध्यस्थता, पंच-समझौता और न्यायिक निबटारा जैसे शांतिपूर्ण उपायों का प्रयोग करती हैं।
- किसी खास देश के प्रति आर्थिक प्रतिबंध तथा राजनीतिक प्रतिबंध आरोपित कर सकती है।
- असाधारण समस्याओं के निराकरण के लिए सुरक्षा परिषद द्वारा सैन्य कार्रवाई भी की जाती है, जिसमें सभी सदस्य राष्ट्रों का सहयोग अपेक्षित होता है।
- सुरक्षा परिषद के कार्यों में अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और शांति सबसे महत्वपूर्ण है।
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