सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव, नुक़सान, नकारात्मक प्रभाव: Social Media Disadvantages in Hindi

सोशल मीडिया आज के समय में एक स्टेटस सिम्बल बन चुका है, हर किसी को इंस्टाग्राम, फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर कोंटेंट पोस्ट करना है और लाखों फ़ॉलोअर्स बनाने हैं। चूँकि पूरे विश में अरबों लोग सोशल मीडिया से जुड़े हैं, इसके फ़ायदे कई सारे हैं। लेकिन यह बात तो आपको पता होगी कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं और आज हम सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव, नुक़सान और नकारात्मक प्रभाव के बारे में जानेंगे कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स का सदुपयोग आपको कैसे करना चाहिए?

सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव

  • सोशल मीडिया का सबसे बड़ा नुक़सान यह है कि इसके अत्यधिक प्रयोग से लोग समाज से दूर होते जा रहे हैं। ऑनलाइन तो किसी से भी आसानी से चैट कर लेते हैं, लेकिन आमने-सामने मिलकर बात करने में कई लोगों को दिक़्क़त होती है।
  • अगर आप अनियंत्रित होकर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके सम्बन्धों में दूरियाँ बन सकती हैं।
  • अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स से fake news और hate speech काफ़ी तेज़ी से फैलते हैं।
  • सोशल साइट्स के अत्यधिक प्रयोग से मानव मस्तिष्क नकारात्मक रूप से प्रभावित होता है, जिससे लोग डिप्रेशन के भी शिकार हो रहे हैं।
  • यहाँ पर लोगों की गोपनीयता ख़तरे में होती है, अक्सर आपने सुना होगा कि किसी का निजी डेटा चोरी हो गया।
  • सोशल मीडिया साइबर-बुलिंग को बढ़ावा देता है।
  • साइबर अपराध जैसे हैकिंग या फ़िशिंग में भी इन साइटों का योगदान पाया जाता है।
  • वर्तमान समय में इसके माध्यम से ऑनलाइन धोखाधड़ी का चलन भी काफ़ी बढ़ा है।
  • यहाँ पर भ्रामक अफ़वाह काफ़ी जल्दी फैलती हैं।
  • किसी भी जानकारी का स्वरूप बदलकर उसे उकसाने वाली जानकारी बनाई जा सकती है जिसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं होता है।
  • सोशल मीडिया लोगों की स्मरण शक्ति, सोचने की शक्ति, विश्वास की प्रवृत्ति आदि को कमजोर कर देता है।
  • चुनाव के समय कई राजनीतिक पार्टियाँ सोशल मीडिया का ग़लत प्रयोग करती हैं।
  • यह अफ़वाह फैलाकर सामाजिक भाईचारा को कमजोर करता है तथा धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देता है।
  • इससे समाज में हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही लोगों की सोच को भी नियंत्रित किया जा रहा है।
  • आज के समय में अश्लीलता एवं अभद्रता जैसी टिप्पणियों व सामग्रियों ने सोशल मीडिया की उपयोगिता पर ही सवाल खड़ा कर दिया है, जिसका प्रभाव युवा वर्ग पर पड़ रहा है।
  • सोशल मीडिया सामाजिक सौहार्द के सामने एक चुनौती बनकर खड़ा है, जो अनेक भ्रांतियाँ फैलाता रहता है।

Social Media Disadvantages in Hindi

सोशल मीडिया एक विशाल नेटवर्क है जो पूरे विश्व को जोड़कर रख सकता है। लोगों को जोड़ने के साथ ही यह शिक्षा एवं ज्ञान का भंडार भी है। इसके माध्यम से जनजागरूकता को बढ़ावा मिलता है। सोशल मीडिया ने जहाँ एक ओर अपनी उपयोगिता को साबित भी किया है, वहीं दूसरी ओर इसके नुक़सान व दुष्प्रभाव इसकी विश्वसनीयता पर ही प्रश्नचिह्न खड़ा करते रहते हैं।

सोशल मीडिया ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को एक नया आयाम दिया है, जिसका प्रयोग कर लोग बिना डरे अपनी बात रख पाते हैं। बावजूद इसके, सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव, नुक़सान एवं नकारात्मक प्रभाव ने इसे विनियमन की आवश्यकता पर भी बल दिया है। इसलिए यह बहुत ज़रूरी है कि सोशल मीडिया की उपयोगिता का लाभ उठाते हुए हम इसके नुक़सान से बचें और इस तकनीक को विवेक से प्रयोग करें।

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