समय का महत्त्व पर निबंध: समय का सदुपयोग पर निबंध: Importance of Time Essay in Hindi

समय से बड़ा कोई धन नहीं. समय पृथ्वी पर सबसे कीमती और मूल्यवान वस्तु है, इसकी तुलना किसी वस्तु से नहीं की जा सकती है. दुनिया में समय पर ही सब कुछ निर्भर है, समय से पहले कुछ नहीं होता और समय के बाद कुछ नहीं मिलता है. एक बार हाथ से निकला हुआ समय कभी वापस नहीं आता है. समय मूल्यवान है, इसलिए हमें समय का सदुपयोग करना चाहिए. तो आज हम आपसे बात करेंगे Samay ka Mahatv par Nibandh के बारे में. 

समय का महत्त्व पर निबंध

भूमिका

समय धन से भी अधिक मूल्यवान है, क्योंकि अगर धन खत्म हो जाता है, तो धन को वापस प्राप्त किया जा सकता है. लेकिन एक बार समय खो देते हैं, तो इसे वापस प्राप्त नहीं किया जा सकता है. जीवन में हर वस्तु से ज्यादा समय का महत्व है. इसलिए हमें समय के मूल्य का सम्मान करना और समझना होगा.

हमें किसी भी काम को कल पर नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि आज का काम कल पर और कल का काम परसों पर टालने से काम अधिक हो जायेगा. और धीरे-धीरे समय कम हो जायेगा. आपका हर एक मिनट बहुत कीमती है, इस कीमती समय को खाली मत जाने दें. क्योंकि एक बार जो समय बीत गया, वो समय दोबारा लौट के नहीं आ सकता. 

अर्थ-

जो आगे बढने में मदद करता है, वह समय कहलाता है. समय हमेशा चलता रहता है, किसी के लिए भी रुकता है. एक बार समय बीत जाता है, वह कभी भी वापस लौट के नहीं आता. इसलिए हमें समय के अनुसार कार्य करते रहना चाहिए. जो इस भागते हुए समय को पकडकर इसके साथ-साथ चल सकते हैं, वे जीवन में सफल होते हैं.

जिस किसी ने भी समय के महत्व को पहचाना है और उसका सदुपयोग किया है, वह उन्नति की सीढियों पर चढ़ता चला गया है. लेकिन जिसने इसका तिरस्कार किया है, समय ने उसे बर्बाद कर दिया है. समय का सदुपयोग ही विकास और मानव जीवन की ‘सफलता की कुंजी’है. भगवान ने प्रत्येक मनुष्य को एक निश्चित उद्देश्य और निश्चित समय के लिए मानव के रूप में पृथ्वी पर भेजा है.

महत्त्व-

प्रत्येक मनुष्य के जीवन में नपा-तुला समय होता है. जब बेकार के कामों में हम अधिक समय व्यतीत कर देते हैं, तब हमें समय का महत्व समझ में आता है. जब हमारे पास समय रहता है, तब समय के मूल्य को समझते नहीं है और बेकार के कामों में समय बर्बाद कर देते हैं. समय के महत्त्व पर   एक कहावत भी कही गई है, अब पछताए होत क्या,जब चिड़िया चुग गई खेत. इसका मतलब यह है कि समय बीत जाने के बाद पछताने और रोने से क्या मिलेगा, जो होना था हो गया.

हमें समय के महत्व को समझना चाहिए और इसी के अनुसार रचनात्मक ढंग से प्रयोग करना चाहिए, ताकि हम समय से धन्य हो न कि नष्ट. अतः वैयक्तिक जीवन हो या सामाजिक जीवन, उसकी सफलता की एकमात्र कनक-कुंजी, समय का सदुपयोग होता है. इसलिए एक-एक क्षण का प्रयोग सोने की तरह करें, व्यर्थ में न गवाएँ . समय ही सोना है (Time is Money), अतः उसका दुरुपयोग हमें कंगाल बना देगा.

जीवन में समय का महत्व

संसार का प्रत्येक वस्तु समय पर निर्भर है, क्योंकि सब कुछ समय के अनुसार ही चलता है. हर चीज समय से जुड़ा है, समय से स्वतंत्र कुछ भी नहीं है. मनुष्य सोचता है कि जीवन कितना लम्बा है. हालांकि, सत्य तो यह है कि जीवन बहुत ही छोटा और सीमित है. जीवन छोटा और सीमित समय के लिए लेकिन हमारे आसपास जीवन में करने के लिए कार्य बहुत. इसलिए हमें अपने जीवन का प्रत्येक क्षण सही तरीके से और अर्थपूर्ण ढंग से, समय का दुरूपयोग किए बिना उपयोग करना चाहिए.

दैनिक दिनचर्या में समय के महत्व को ध्यान में रखते हुए सोने, जागने, व्ययाम, भोजन, स्कूल, गृह कार्य, शैक्षिक कार्य आदि योजना अनुसार और समय के अनुसार करनी चाहिए. हमें कठिन परिश्रम करने का आनंद लेना चाहिए और कभी भी अपनी अच्छी आदतों को बाद में करने के लिए टालना नहीं चाहिए.

एक अंग्रेज लेखक ने कहा है- जिस प्रकार सोने का प्रत्येक धागा मूल्यवान होता है, उसी प्रकार समय का प्रत्येक क्षण. जो छात्र अपना समय  व्यर्थ में गवाते हैं,उनका परीक्षा का परिणाम उत्तम नहीं होता और फिर वे अपने जीवन में भी उत्तम न होकर निठल्ले होने के कारण उपेक्षा का कड़वा घुँटे पीते रहते हैं. जो शिक्षक देर कर कक्षा में आते हैं, वे अपना समय तो नष्ट करते ही है. उसके साथ अपने छात्रों का भी समय नष्ट करते हैं, उन्हे लेट-लतीफी सीखाते हैं.

जो नेता एक लाख की भीड़ में एक घंटा देर आते हैं, वे राष्ट्र के एक लाख घंटे नष्ट करते हैं. उतने समय में देश में एक बड़ा कारखाना निर्मित हो सकता है, जिसके उत्पादन से पर्याप्त समृद्धि बरस सकती है. एक मिनट के मेहनत से विजय हो सकते हैं और एक मिनट की चूक से पराजय होने सकते हैं.

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Importance of Time Essay in Hindi: 

गया धन, गया जन और गया स्वास्थ्य किसी प्रकार लौट भी सकता है, किन्तु जो समय एक बार गुजर गया, वह कभी नहीं लौटता. इसलिए किसी ने तो, यहाँ तक कह डाला है कि समय सबसे महान है, परमात्मा से भी. भक्ति आदि साधनों से परमात्मा को तो बुलाया जा सकता है, किन्तु कोटि उपाय करने पर भी बीता हुआ समय को लाया नहीं जा सकता है. जो व्यक्ति कठिनाइयों की छाती चीरते हुए, आलस्य की दीवार तोड़ते हुए, तेजी से छलांग मारते हुए समय की रेलगाड़ी पर सवार हो जाते है, वे अपने गंतव्य पर पहुँच ही जाते हैं, अपने लक्ष्य के प्राप्ति कर ही लेते हैं.

क्या आपने यह कहावत नहीं सुनी कि समय और सागर की लहरें किसी की प्रतीक्षा नहीं करती. जिस तरह वैयक्तिक जीवन समय की मर्यादा-रक्षा से बनता है. उसी प्रकार राष्ट्रीय जीवन भी समय-महिमा की अभिज्ञा से बनता है. समय की महत्ता को जाननेवाले जर्मनों और जापानियों ने एक-एक क्षण का सदुपयोग कर अपने देश को कुबेरपुरी बना लिया है, यानि घन प्राप्त करके संपन्न देश बना लिया है.

अतः वैयक्तिक और सामूहिक सफलता का एकमात्र रहस्य है, समय की पूजा, अर्थात एक-एक पल का सदुपयोग. हम यदि एक-एक पल के समय का सदुपयोग करेंगे, तो हमारा जीवन मंगलमय हो जाएगा.

समय का सदुपयोग पर निबंध 

भूमिका– समय से बड़ा कोई धन नहीं. समय पृथ्वी पर सबसे कीमती और मूल्यवान वस्तु है, इसकी तुलना किसी वस्तु से नहीं की जा सकती है. दुनिया में समय पर ही सब कुछ निर्भर है, समय से पहले कुछ नहीं होता और समय के बाद कुछ नहीं मिलता है

अर्थ- समय का सदुपयोग का अर्थ है, उचित समय में कार्य पूरा कर लेना है. जो लोग आज का काम कल पर और कल का काम परसों पर टालते हैं, वे एक प्रकार से अपने लिए जंजाल खड़ा करते चलते हैं. मरण को टालते-टालते एक दिन सचमुच मरण आ ही जाती है, जो व्यक्ति उचित समय पर कार्य नहीं करता, वह समय को नष्ट कर देता है. एक दिन ऐसा आता है जब समय उसको नष्ट कर देता है.

जो छात्र पढ़ने के समय नहीं पढ़ते, वे परिणाम आने पर रोते हैं. समय का सदुपयोग आवश्यक है, समय रुकता नहीं है. जो समय के निकल जाने पर उसके पीछे दौड़ता है, वे जिंदगी में सदा घिसटे-पीटते रहते हैं. समय सम्मान माँगता है इसलिए कबीर ने कहा है,

उचित समय पर उचित कार्य

काल करै सो आज कर आज करै सो अब।
पल में प्रलय होयेगा बहुरि करेगा कब।।

जीवन में समय का महत्व पर निबंध

समय धन से भी अधिक मूल्यवान है, क्योंकि अगर धन खत्म हो जाता है, तो धन को वापस प्राप्त किया जा सकता है. लेकिन एक बार समय खो देते हैं, तो इसे वापस नहीं लाया जा सकता है. फैंकलीन का कथन है- ‘तुम्हें अपने जीवन से प्रेम है, तो समय को व्यर्थ मत गवाओं  क्योंकि जीवन इसी से बना है।’ समय ही जीवन है, ईश्वर एक बार एक ही क्षण देता है और दूसरा क्षण देने से पहले उसको छीन लेता है.

समय ही एक ऐसी वस्तु है जिसे खो कर पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है. समय का कोई मोल नहीं हो सकता, श्रीमंत्रारायण ने लिखा है- ‘समय धन से कही अधिक महत्वपूर्ण है. हम रुपये पैसे कमाते ही है और जितना अधिक परिश्रम करें उतना ही अधिक धन कमा सकते हैं. परंतु क्या हजार परिश्रम करने पर भी चौबीस घंटों में एक भी मिनट बढ़ा सकते हैं? इतनी मूल्यवान वस्तु का धन से फिर क्या तुलना.

जो व्यक्ति समय का सम्मान करना जनता है, वह अपनी शक्ति को कई गुना बढ़ा लेता है. यदि सभी गाड़ियाँ अपने निश्चित से चलने लगे तो देश में कितनी कार्य कुशलता बढ़ जाएगी. यदि कार्यालय के कार्य ठीक समय पर संपन्न हो जाए, कर्मचारी समय के पाबंद हो, तो सब कार्य सुविधा से हो सकेंगे.

यदि रोगी को ठीक समय पर दवाई ना मिले, तो उसकी मौत भी हो सकती है. अतः हमें समय की गंभीरता को समझना चाहिए। गांधी जी एक मिनट देरी से आने वाले व्यक्ति को क्षमा नहीं करते थे. आप ही सोचिए, दुनिया का यह चक्र कितना नियमित है, कितना समय का पाबंद है? यदि एक भी दिन धरती अपनी घूरी पर घूर्णन में देरी कर जाए, तो परिणाम क्या होगा? विनाश और महाविनाश, अतः हमें समय की महत्व को समझना चाहिए.

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