छोटे बच्चों को कविताएँ काफी अच्छी लगती हैं। यही कारण है कि Nursery Rhymes Hindi भाषा में भी कई सारे लोकप्रिय कविताएँ हैं, जो बच्चे अक्सर बोलते-दोहराते रहते हैं। और आज हम कुछ Popular Hindi Rhymes for Kids के बारे में बात करेंगे जो आपके बच्चों को काफी अच्छा लगेगा।
वैसे बाल कविताओं के फ़ायदे के बारे में बात करें, तो सबसे पहले तो आपका बच्चा rhymes recitation यानी याद करने में व्यस्त रहता है और आप भी अपना काम बिना किसी समस्या के कर पाते हैं। इसके अलावा बच्चों का मानसिक शक्ति भी धीरे-धीरे मज़बूत होते रहता है, जिससे आगे चलकर वे चीजों को जल्दी और अच्छी तरह से समझ सकेंगे।
मछली जल की रानी है Nursery Rhymes Hindi Lyrics
मछ्ली जल की रानी है,
जीवन उसका पानी है,
हाथ लगाओ डर जाएगी,
बाहर निकालो मर जाएगी,
पानी में डालो तो तैर जाएगी।
Aaloo Kachaloo Beta Lyrics हिंदी बाल कविता
आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे?
बन्दर की झोपडी में सो रहे थे।
बन्दर ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे।
आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे?
टमाटर की टोकरी में सो रहे थे।
टमाटर ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे।
छुक-छुक रेल गाड़ी लिरिक्स Nursery Rhymes Hindi
छुक-छुक छुक-छुक छुक-छुक आती है,
छुक-छुक छुक-छुक छुक-छुक जाती है,
रेल गाड़ी, रेल गाड़ी, रेल गाड़ी।
छुक छुक करती धुँआ छोडती,
खूब सवारी ले जाती है,
रेल गाडी, रेल गाडी।
काला इंजन लाल है डब्बे,
चलो हटो आती है,
रेल गाड़ी, रेल गाडी।
नाना के घर आती है,
दादा के घर भी जाती है,
रेल गाडी, रेल गाडी।
छुक-छुक छुक-छुक आती है,
सबको सैर कराती है,
रेल गाड़ी, रेल गाड़ी।
Do Chuhe The Lyrics हिंदी नर्सरी राइम पोयम
दो चूहे थे,
मोटे-मोटे थे,
वो तो खेल रहे थे।
बिल्ली ने देखा, बोली में भी आऊंगी।
न मौसी ना तुम आओगी,
हमें मार डालोगी,
पूँछ काट डालोगी।
हम तो नहीं आएँगे, हम तो भाग जाएँगे।
हम तो नहीं आएँगे, हम तो भाग जाएँगे।
ऊपर पंखा चलता है Indian Nursery Rhymes in Hindi
ऊपर पंखा चलता है,
नीचे मुन्ना सोता है।
सोते-सोते भूख लगी,
खा ले बेटा मूँगफली।
मूँगफली में दाना नहीं,
हम तुम्हारे मामा नहीं।
मामा गए दिल्ली,
वहाँ से लाए बिल्ली।
बिल्ली ने मारा पंजा,
मामा हो गया गंजा।
Chunnu Munnu The Do Bhai हिंदी नर्सरी बाल कविता
चुन्नु-मुन्नु थे दो भाई,
रसगुल्ले पर हुई लड़ाई।
चुन्नु बोला मैं खाऊँगा,
मुन्नु बोला मैं खाऊँगा।
हल्ला सुनकर मम्मी आई,
दोनों को एक चपत लगायी।
आधा तू ले चुन्नु बेटा,
आधा तू ले मुन्नु बेटा।
कभी न लड़ना, कभी न झगड़ना
आपस में तुम मिलकर रहना।