रीतिकालीन काव्य की प्रमुख प्रवृत्तियां और विशेषताएँ

रीतिक़ालीन काव्य की प्रमुख प्रवृत्तियाँ

रीतिकालीन काव्य की प्रमुख प्रवृत्तियां हैं: वीरता, आलंकारिकता, छंद विधान, प्रकृति चित्रण, नीति, शिल्प, और भक्ति भावना। रीतिकाव्य की प्रवृत्तियाँ जैसा कि आप जानते हैं कि रीतिकालीन साहित्य का निर्माण …

Read more

रीतिकाल का नामकरण, सीमांकन और प्रवृत्तियाँ

रीतिकाल का नामकरण और सीमांकन

साहित्य के क्षेत्र में प्राय: ऐसा देखा गया है कि किसी भी कालखण्ड के निर्माण में अनेक प्रवृतियाँ प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से विद्यमान रहती हैं। तथा ये प्रवृत्तियाँ समय …

Read more

रीतिकाल की सांस्कृतिक परिस्थिति व रीतिकाव्य की साहित्यिक परिस्थिति

रीतिकाल की परिस्थितियाँ

रीतिकाल में अधिकांश साहित्य मुगल संस्कृति से प्रभवित राज्याश्रय में रचा गया। रीतिकाल में सम्राट या बादशाह दरबारी संस्कृति के प्रधान केन्द्र थे और उन्होंने कवियों और कलाकारों को आश्रय …

Read more

शैली की दृष्टि से निबंध के प्रकार: वर्णनात्मक, विवरणात्मक, विचारात्मक एवं भावात्मक निबंध

शैली की दृष्टि से निबंध के प्रकार

निबंध वह रचना है जिसमें किसी विषय पर कोई लेखक सीमित समय और सीमित शब्दों में अपना क्रमबद्ध विचार व्यक्त करता है। एक सुसंगठित निबंध लिखने में दो वस्तुओं की …

Read more

कहानी और उपन्यास में अंतर: उपन्यास किसे कहते हैं?

Kahani aur Upanyas me Antar

कहानी बिना कथानक के भी हो सकती है, लेकिन उपन्यास में कथानक अनिवार्य होता है. कथानक को कहानी रचते समय अपनी दृष्टि किसी एक घटना या वस्तु पर केन्द्रित करनी पड़ती है. …

Read more

भाषा परिवार किसे कहते हैं? भाषा-परिवार का अर्थ, वर्गीकरण, संख्या, विश्व भाषाएँ और भारतीय आर्य भाषा-परिवार

Bhasha Parivar Kise Kahte Hai

भाषा तो हम सभी जानते हैं कि वह माध्यम है जिससे मनुष्य बोलकर, लिखकर या संकेत कर परस्पर अपना विचार सरलता, स्पष्टता, निश्चितता तथा पूर्णता के साथ प्रकट करता है। …

Read more

सार लेखन क्या है? परिभाषा, आशय, महत्त्व और प्रमुख विशेषताएँ

Saar Lekhan Kya Hai

किसी विस्तृत लेख को पढ़-समझकर कम शब्दों में उसी बात को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की कला को सारांश या सार लेखन कहा जाता है। एक नजर में ये …

Read more

आधुनिक काल किसे कहते हैं? समय-सीमा, पृष्ठभूमि, परिस्थितियाँ और प्रमुख विशेषताएँ

Aadhunik Kal

हिन्दी साहित्य में आधुनिक काल को गद्यविकास काल या जागरण काल भी कहा गया है। इसका समय वि. सं. 1900 से आजतक या 1843 ई. से आजतक माना गया है। …

Read more

राष्ट्रभाषा हिंदी का महत्व पर निबंध: राष्ट्रभाषा के रूप में हिन्दी की विशेषता और उपयोगिता

Rashtrabhasha Hindi par Nibandh

वैसे तो भारत देश में कई भाषाएँ बोली जाती हैं, लेकिन सबसे प्रमुख है हिन्दी। इस विषय पर कई लोगों के अपने-अपने अलग मत हैं कि हिन्दी राष्ट्रभाषा है या …

Read more