क्रेडिट कार्ड के बारे में अक्सर यह बताया जाता है कि आपको इसे इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें काफ़ी ज़्यादा ब्याज लिया जाता है। इसी के साथ यह भी बोला जाता है कि ज़्यादा क्रेडिट कार्ड नहीं बनाना चाहिए। पर क्या आपको पता है कि क्रेडिट कार्ड के फ़ायदे भी बहुत हैं, अगर आप इनका सही से प्रयोग करते हैं। सबसे पहले तो आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल उतना ही करें, जितना आप चुका सकते हैं। उसके बाद सही समय बिल का भुगतान करें। ये दो आदतें आपको क्रेडिट कार्ड के फ़ायदों के बारे में जानकर खुश कर देंगी।
इसी के साथ क्रेडिट कार्ड को लेकर एक सवाल अक्सर पैदा होता है कि क्या एक से ज़्यादा क्रेडिट कार्ड रखना फ़ायदेमंद है? या यह उनके लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है? इसका जवाब है कि अगर क्रेडिट कार्ड का समझदारी के साथ इस्तेमाल किया जाए, तो एक से अधिक क्रेडिट कार्ड आपको अनेक फ़ायदे दिला सकते हैं। आइए जानते हैं कि एक से अधिक क्रेडिट कार्ड रखने के फ़ायदे कौन-कौन से हैं?
अलग-अलग बिलिंग साइकल
क्रेडिट कार्ड से ख़रीदारी करने के बाद आपके पास एक निश्चित अवधि के भीतर उसका भुगतान करने का विकल्प होता है जिसमें कोई ब्याज नहीं चुकाना पड़ता है। अगर आप इस अवधि के दौरान भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो उसे उस पर ब्याज देना पड़ता है। यह ब्याज दर 13 से 14 फीसदी तक होती है।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करनेवाले को सबसे पहले अपनी billing cycle का ध्यान रखना चाहिए, यानी उसका क्रेडिट कार्ड बिल कब जेनरेट होता है। यह बिल हर महीने एक निश्चित तारीख़ को जेनरेट होता है। बिल जेनरेट होने के बाद ग्राहक को 21 दिनों का समय दिया जाता है।
उदाहरण के लिए, अगर 10 दिसम्बर को बिल जेनरेट होता है तो उसके बिल का भुगतान 31 दिसम्बर तक करना होगा। अगर आप समझदारी के साथ ख़रीदारी करे और नवम्बर महीने की 11 तारीख़ को कोई ख़रीद करे, तो उसका बिल एक महीने बाद जेनरेट होगा।
इस तरह से आपके पास बिल का भुगतान करने के लिए 50 दिन का समय होगा। आपको बिल देने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा ब्याजमुक्त अवधि मिले, इसके लिए आपको अलग-अलग बिलिंग साइकिल वाले क्रेडिट कार्ड से मदद मिलेगी।
अगर आपके पास कोई दूसरा क्रेडिट कार्ड है, जिसका billing cycle महीने की 25 तारीख़ को ख़त्म होता है, तो आप 26 तारीख़ से अगले महीने की 10 तारीख़ तह दूसरे क्रेडिट कार्ड पर और 11 तारीख़ से 25 तारीख़ तह पहले क्रेडिट कार्ड पर शॉपिंग कर सकते हैं। इससे आपको बिल के भुगतान के लिए ज़्यादा समय मिलेगा।
अच्छी डील पाने में मददगार
अलग-अलग कंपनियाँ क्रेडिट कार्ड कम्पनियों के साथ मिलकर ग्राहकों को आकर्षक ऑफर देती हैं। इन offers में cashback and interest-free EMI से भुगतान का विकल्प होता है। कुछ कार्ड पेट्रोल-डीजल की खरीद पर point देते हैं। अलग-अलग समय पर ये offer अलग-अलग क्रेडिट कार्डों पर आते हैं। ऐसे में एक से ज़्यादा क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को फ़ायदा दिलाने में मदद करते हैं।
आजकल लगभग सभी लोग ऑनलाइन ख़रीदारी करते ही हैं, क्रेडिट कार्ड होने पर आपको फ्लिपकार्ट और अमेजन पर कई ऑफ़र मिलते हैं। प्रत्येक वर्ष Flipkart Big Billion Days Sale होता है जिसमें प्रॉडक्ट्स की क़ीमतें तो वैसे भी कम होती हैं, इसी के साथ क्रेडिट कार्ड पर instant 10% discount भी मिलता है। इसी तरह Amazon Great Indian Festival Sale भी हर साल सितम्बर-अक्टूबर के आसपास होता है, जिसमें आपको क्रेडिट कार्ड की वजह से काफ़ी आकर्षक ऑफ़र मिल जाते हैं।
बिल नहीं चुका पाने की स्थिति में दूसरा कार्ड है उपयोगी
अगर आप किसी महीने पहले क्रेडिट कार्ड के बिल की न्यूनतम राशि से ज़्यादा चुका पाने की स्थिति में नहीं हैं, तो आपको बचे हुए बिल पर ब्याज देना पड़ेगा। इतना ही नहीं आपको अगले महीने की जानेवाली ख़रीदारी पर भी ब्याज चुकाना पड़ेगा।
इस स्थिति में नई ख़रीदारी के लिए दूसरे कार्ड का इस्तेमाल करके ग्राहक ज़्यादा ब्याज देने से बच सकता है। आपके के लिए अच्छा विकल्प यह है कि जिस कार्ड का बिल उसने नहीं चुकाया है, उसका इस्तेमाल बिल का भुगतान करने तक बंद कर दें और अपनी ज़रूरतों के लिए दूसरे कार्ड का इस्तेमाल करें।
Benefits of Balance Transfer
Balance transfer के ज़रिए एक क्रेडिट कार्ड के बिल पर ज़्यादा भुगतान से बचने के लिए उस बिल का दूसरे कार्ड पर transfer किया जा सकता है। ऐसा ख़ासकर तब फ़ायदेमंद होता है, जब दूसरा क्रेडिट कार्ड नया हो।
क्रेडिट कार्ड कंपनियाँ अक्सर प्रमोशन के तौर पर पुराने कार्ड के बिल को अपने पर बिना शुल्क transfer किए जानेवाले बिल पर काम ब्याज लेती हैं या कोई ब्याज दर नहीं लेती हैं। लेकिन ग्राहक को इस सुविधा के इस्तेमाल की आदत नहीं बनानी चाहिए।
बेहतर होता है सिबिल स्कोर
जब आपके क्रेडिट कार्ड बनाया होगा तब आपका क्रेडिट स्कोर ज़रूर देखा गया होगा कि अगर आपको कोई लोन मिलता है तो आप उसको चुकाने में कितने सक्षम हैं। CIBIL Score 300-900 के बीच का एक स्कोर है, जो बैंक से लोन और क्रेडिट कार्ड लेने के समय चेक किया जाता है। और अगर आप क्रेडिट कार्ड के बिल और लोन का interest सही समय पर चुका देते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ते जाता है।
ख़ासकर लोन लेने में क्रेडिट स्कोर का बहुत महत्व होता है। ग्राहक का क्रेडिट स्कोर जितना ज़्यादा होता है, उसे उतनी आसानी से और काम ब्याज पर लोन की सुविधा मिलती है। बेहतर क्रेडिट स्कोर में क्रेडिट कार्ड की अहम भूमिका होती है। अगर आपकी क्रेडिट लिमिट ज़्यादा है और आप पर बकाया राशि कम है, तो आपका क्रेडिट स्कोर ज़्यादा होता है। ऐसे में एक से ज़्यादा क्रेडिट कार्ड आपको क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने में मदद करते हैं।
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