ऑनलाइन शिक्षा के फ़ायदे और नुक़सान: ऑनलाइन क्लासेस पर निबंध

आज के समय में ऑनलाइन शिक्षा का प्रचलन काफी बढ़ गया है. लाइव विडियो क्लासेज, प्री रिकार्डेड विडियो क्लासेज, स्लाइड्स, पीडीएफ के द्वारा वेबसाइट, एप और यूट्यूब के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है. इसमें शिक्षक और विद्यार्थी का प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं होता है. बच्चे अपने घर पर रहकर विभिन्न कोर्स की शिक्षा ग्रहण करते हैं. तो आज आप जानेंगे ऑनलाइन शिक्षा के लाभ और हानि के बारे में. Online Class Kaise Hota hai?

ऑनलाइन शिक्षा क्या है?

ऑनलाइन शिक्षा कंप्यूटर या मोबाइल आधारित इन्टरनेट से सम्बंधित शिक्षा है. इस इन्टरनेट/नेटवर्क शिक्षा के द्वारा आप घर बैठे कंप्यूटर या मोबाइल की मदद से लाइव विडियो क्लासेज, प्री रिकार्डेड विडियो क्लासेज, स्लाइड्स, ऑनलाइन टेस्ट या पीडीएफ (PDF) के द्वारा ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. इसमें विडियो, ऑडियो के माध्यम शिक्षा प्रदान किया जाता है. शिक्षक का बच्चों से प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं होता है. बच्चे अपने घर पर और शिक्षक भी अपने घर पर रहते हैं.

इन्टरनेट आधारित ऑनलाइन शिक्षा के द्वारा आप किसी भी कोर्स की पढाई या किसी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं. आज के समय में कई एजुकेशनल इंस्टिट्यूट वेबसाइट, एप और यूट्यूब पर विभिन्न कोर्स एवं competitive exam की तैयारी करवाती है. कई इंस्टिट्यूट फ्री में ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करती है. तो कुछ संस्थान ऑनलाइन paid course के माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रही है.

Online Class Kaise Hota Hai?

ऑनलाइन क्लास लाइव विडियो क्लासेज, Pre-recoded video classes, ऑनलाइन टेस्ट, स्लाइड्स और पीडीएफ आधारित (PDF) होता है.

  • Live Video क्लासेज में टीचर को जो पढाना रहता है, वह ऑनलाइन लाइव पढाता है. जब क्लास लेना है, तब लाइव आकर क्लास लेते हैं.
  • प्री रिकार्डेड विडियो क्लासेज में शिक्षक पहले से वीडियो बनाकर रखता है, और क्लास के समय में वीडियो को publish करता है.
  • स्लाइड्स के द्वारा टीचर Power point में क्लास लेता है. स्लाइड्स के द्वारा ऑनलाइन क्लास लेने के लिए पॉवरपॉइंट में स्क्रिप्ट लिखकर, एनीमेशन बनाकर, विडियो रिकॉर्ड करना होता है. उसके बाद वीडियो को सोशल मीडिया में पब्लिश करना होता है.

ऑनलाइन शिक्षा के लाभ 

  • ऑनलाइन शिक्षा घर बैठे प्राप्त की जा सकती है. किसी भी स्कूल, कॉलेज या इंस्टिट्यूट जाने की जरुरत नहीं होती.
  • जब समय मिले कभी भी, कहीं भी प्राप्त की जा सकती है. जैसे- यात्रा के दौरान, रसोई में खाना बनाते समय या खाना खाते समय आदि.
  • अगर आपकी तबीयत ख़राब हो जाती है, तो आप जब ठीक होंगे, तब रिकार्डेड वीडियो देख सकते हैं.
  • ऑनलाइन शिक्षा में समय की बचत होती है, इसके साथ ही इसमें ज्ञान की विविधता अधिक होती है.
  • इसमें वीडियो, ऑडियो, एनीमेशन के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है, जिस कारण बच्चे किसी भी टॉपिक को काफी जल्दी समझते हैं. क्योंकि देखकर और सुनकर काफी जल्दी समझ में आता है.
  • ऑनलाइन शिक्षा में गूगल क्लासरूम के माध्यम से बच्चे जब चाहे, तब अपने शिक्षक के संपर्क में आकर, अपनी समस्या शिक्षक को बताते हैं.
  • यह शिक्षा रोचक और संवादात्मक होती है, जिससे बच्चे पढाई में अधिक ध्यान देते हैं.
  • Online classes से विद्यार्थियों को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय/ संस्थान के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों से ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिला.
  • ऑनलाइन शिक्षा से देश की कठिन-कठिन प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना आसान हो गया है.
  • SSC, बैंकिंग, रेलवे, आइआइटी, नीट, यूपीएससी और टेट परीक्षा की तैयारी करना आसान हो गया है.
  • इससे ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी आसानी से competitive exam की तैयारी कर पा रहे हैं, और देश के सर्वश्रेष्ठ सरकारी पदों को प्राप्त कर रहे हैं.
  • ऑनलाइन शिक्षा जब मन करें, तब प्राप्त की जा सकती है, इसके लिए कहीं जाना नहीं होता. केवल एक मोबाइल या कंप्यूटर और इन्टनेट कनेक्शन होनी चाहिए.

ऑनलाइन शिक्षा के हानि

  • इससे बच्चे की रचनात्मक क्षमता में कमी आयी है. किसी भी प्रश्न का उत्तर छात्र आसानी से इन्टरनेट से प्राप्त कर लेते हैं, जिस कारण छात्र किसी विषय-वस्तु को पढ़ते समय ज्यादा सोच-विचार नहीं करते हैं. इससे बच्चों की सृजनात्मक क्षमता कम हो रही है.
  • यह शिक्षा सबके लिए संभव नहीं है ऑनलाइन शिक्षा इन्टरनेट आधारित होती है. इसके लिए मोबाइल, कंप्यूटर जैसी उपकरणों की आवश्यकता होती है, जो काफी महँगी होती है.
  • महँगी होने के कारण सबके पास तकनीकी उपकरणे नहीं होती है, जिस कारण सभी कोई ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते हैं.
  • इन्टरनेट कनेक्शन की समस्या होने से कई बार ऑनलाइन क्लास असफल हो जाता है.
  • कुछ बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा में मन नहीं लगता है, क्योंकि स्कूल का वातावरण नहीं मिलता.
  • डिजिटल शिक्षा से बच्चे आलसी हो रहे हैं. जो कुछ भी प्रश्न होता है, उसका जवाब नेट पर सर्च करके प्राप्त कर लेतें. मोटी-मोटी किताबों का अध्ययन करना नहीं चाहते हैं.
  • ऑनलाइन शिक्षा तनावपूर्ण है.
  • बच्चे दस-पंद्रह मिनट का ऑनलाइन क्लास की वीडियो देखने के बाद सोशल मीडिया के मनोरंजक साइट्स पर चले जाते हैं.
  • शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य पर ऑनलाइन शिक्षा का दुष्प्रभाव पड़ रहा है.
  • अधिक समय तक कंप्यूटर, मोबाइल का प्रयोग करने से आँखों की समस्या हो रही है.
  • विज्ञान के प्रायोगिक शिक्षा (practical), शारीरिक शिक्षा, डिजाइनिंग, शिल्प, वाद्ययंत्र (गिटार, तबला, ढोलक) बजाना आदि कोर्स ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से सीखाया नहीं जा सकता.
  • ऑनलाइन शिक्षा बच्चों को वास्तविक दुनिया से दूर कर रही है.
  • इससे बच्चों को स्कूल के माहौल का अनुभव नहीं होता.
  • छोटे बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा केवल समय की बर्बादी है, क्योंकि छोटे बच्चों को हाथ पकड़कर सीखना होता है.
  • ऑनलाइन शिक्षा में छोटे बच्चों के साथ अभिभावकों को रहना होता है, इससे अभिभावकों की समय की बर्बादी होती है.

ऑनलाइन शिक्षा के फायदे और नुकसान

जहाँ ऑनलाइन शिक्षा के कई सारे फायदे हैं, वहीं कई इसके नुकसान भी हैं.

  • ऑनलाइन शिक्षा के द्वारा बच्चे घर पर रहकर कई विभिन्न कोर्स की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
  • कोर्स करने के लिए कोई इंस्टिट्यूट/कॉलेज में जाने की जरुरत नहीं है.
  • सभी तरह की प्रतियोगिता परीक्षा से सम्बंधित कोर्स की पढाई ऑनलाइन उपलब्ध है.
  • जब समय मिले और जब पढाई करने का मन करें, तब इन्टरनेट कनेक्शन की मदद से मोबाइल या कंप्यूटर पर ऑनलाइन पढाई कर सकते हैं.
  • इससे आने-जाने की समय की बचत हो रही है.
  • इसके साथ ही, जब जिस विषय की पढाई करने का मन कर रहा हो, उस विषय का पढ़ सकते हैं, क्योंकि ऑनलाइन शिक्षा में पाठ्यक्रम रिकार्डेड होता है.

ऑनलाइन शिक्षा के नुकसान

  • यह इन्टरनेट आधारित शिक्षा होती है. इसके लिए कंप्यूटर, मोबाइल जैसी कई उपकरणों की आवश्यकता होती है, जो काफी महँगी होती है. जिस कारण सभी बच्चे ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते हैं.
  • ऑनलाइन शिक्षा विडियो-ऑडियो आधारित होती है, सब कुछ की जानकारी वीडियो के द्वारा मिल जाती है. जिस कारण बच्चे किताबें बहुत कम पढ़ते, जो भी जानकारी प्राप्त करनी होती है, ऑनलाइन पता का लेते हैं.
  • किताबें नहीं पढ़ने से बच्चे की रचनात्मक क्षमता में कमी हो रही है. और बच्चे आलसी होते जा रहे हैं.

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