आपमें से काफी लोगों को दवाई खाना पसंद नहीं होगा. ऐसे में जब आप बीमार होते होंगे या शरीर में दर्द, चोट जैसी पीड़ा होती होगी. तब आप सोचते होंगे कि बिना दवा लिए दर्द ठीक होता, तो कितना अच्छा होता. अगर आप बिना दवा के चोट, हड्डियों के दर्द या शरीर के बाहरी हिस्सों के रोगों से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपको फ़िज़ियोथेरेपिस्ट से संपर्क करना होगा. यह जानने के बाद आपके मन में सवाल होगा कि फिजियोथेरेपिस्ट क्या होता है? तो आज हम आपसे इसी के बारे में बात करेंगे कि Physiotherapy Kya Hai? फिजियोथेरेपी कोर्स कैसे करें?
फ़िज़ियोथेरेपी मेडिकल क्षेत्र का एक ब्रांच है. इसे हिंदी में भौतिक चिकित्सक कहते हैं. फिजियोथेरेपी का मतलब व्यायाम के द्वारा शरीर के बाहरी हिस्सों का इलाज करना होता है. फिजियोथेरेपिस्ट शरीर के बाहरी भागों जैसे शरीर में लगी चोट, हड्डियों की चोट और दर्द का इलाज व्यायाम, कसरत और मालिश के द्वारा करता है. वर्त्तमान समय में हर कोई फिजियोथेरेपी से इलाज करवाना चाहते हैं, केमिकल युक्त दवाई नहीं लेना चाहते हैं.
Physiotherapy Kya Hai?
फिजियोथेरेपी मेडिकल क्षेत्र का एक ब्रांच है. फिजियोथेरेपी का मतलब व्यायाम के द्वारा शरीर के बाहरी हिस्सों का इलाज करना होता है. इस चिकित्सा विज्ञान के द्वारा बिना दवाई के व्यायाम के द्वारा चोट, हड्डियों के चोट और दर्द का इलाज किया जाता है. हिंदी में फिजियोथेरेपी को भौतिक चिकित्सक कहा जाता है. फिजियोथेरेपी में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री और मास्टर डिग्री का कोर्स होता है. इस कोर्स में दाखिला बारहवीं और ग्रेजुएशन के बाद मिलता है. डिप्लोमा और डिग्री कोर्सेज में बारहवीं के बाद एडमिशन मिलता है.
इस कोर्स को करने वाले अभ्यर्थी ही फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कहलाते हैं. जो व्यायाम के द्वारा शरीर के बाहरी हिस्सों का इलाज करते हैं. फिजियोथेरेपी में शारीरिक चोट, हड्डियों और शरीर के दर्द का इलाज एक्सरसाइज और पैन रिलीफ मूवमेंट के द्वारा किया जाता है. किसी भी प्रकार के Genetic Defect, किसी दुर्घटना या किसी प्रकार की बीमारी से पीड़ित रोगी का इलाज करने में फ़िज़ियोथेरेपिस्ट डॉक्टर की मदद करते हैं. जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों के अकडन जैसी बीमारी का इलाज भी फ़िज़ियोथेरेपी के द्वारा बिना दवाई के किया जाता है.
फिजियोथेरेपी कैसे करें?
- फिजियोथेरेपी करने के लिए सबसे पहले आपको किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से साइंस स्ट्रीम में 12th पास करना होगा.
- बारहवीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) सब्जेक्ट होना चाहिए.
- हाई स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद फिजियोथेरेपी कोर्स करना होगा.
- किसी मान्यता प्राप्त निजी या सरकारी संस्थान/कॉलेज में फिजियोथेरेपी कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.
- फिजियोथेरेपी कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश-परीक्षा उत्तीर्ण करना होगा.
- कुछ कॉलेज बिना प्रवेश-परीक्षा के मेरिट के आधार पर भी दाखिला देती है.
- डिप्लोमा कोर्स दो वर्ष का होता है और डिग्री कोर्स की अवधि कुल 4 वर्ष होता है.
- पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में छह महीने का इंटर्नशिप होता है.
- इंटर्नशिप पूरा होने के बाद फिजियोथेरेपी कोर्स का डिग्री मिलता है.
- उसके बाद आप फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बन जाते है.
फिजियोथेरेपी का कोर्स
- डिप्लोमा ऑफ़ फिजियोथेरेपी कोर्स (DPT)
- बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी कोर्स (BPT)
- मास्टर ऑफ़ फिजियोथेरेपी कोर्स ( MPT)
Physiotherapy ke Liye Qualification
- उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से साइंस स्ट्रीम में 12th उत्तीर्ण होना चाहिए.
- बारहवीं साइंस में भौतिकी, जीवविज्ञान और रसायन विज्ञान विषय होना चाहिए.
फिजियोथेरेपी कोर्स का फीस कितना है?
फिजियोथेरेपी कोर्स की फीस 1 लाख रूपये से 5 लाख रूपये तक होता है. विभिन्न कॉलेजों में फिजियोथेरेपी कोर्स का फीस भिन्न-भिन्न होता होता है. सरकारी कॉलेज की अपेक्षा निजी कॉलेज में फीस अधिक होता है.
फिजियोथेरेपी कोर्स का कॉलेज
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड एजुकेशन रिसर्च, पटना
- अपोलो फिजियोथेरेपी कॉलेज, हैदराबाद
- गोवा मेडिकल कॉलेज, पणजी
- पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंड़ीगढ़
- किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- लोकमान्य तिलक मेडिकल कॉलेज, मुंबई
- उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस
- जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- शारदा यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- के.जे सौम्या कॉलेज ऑफ फिजियोथेरिपी, मुंबई
- निजाम इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, तेलंगाना
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, बनारस
- मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई
- मेडिकल कॉलेज ऑफ कोलकाता
फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कैसे बने?
- फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए सबसे पहले आपको साइंस स्ट्रीम में बारहवीं पास करना होगा.
- उसके बाद किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या कॉलेज में फ़िज़ियोथेरेपी कोर्स में नामांकन लेना होगा.
- आप अपनी रूचि के अनुसार फिजियोथेरेपी डिप्लोमा या डिग्री कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.
- 2 या 4 वर्ष का फिजियोथेरेपी कोर्स करना होगा.
- बीपीटी या डीपीटी कोर्स की पढाई पूरी करने के बाद फिजियोथेरेपी का डिग्री मिलता है.
- डिग्री प्राप्त करने के बाद आप फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनते हैं.
- भौतिक चिकित्सक बनने के बाद किसी निजी अस्पताल या सरकारी अस्पताल में सरकारी फिजियोथेरेपी बन सकते हैं.
- या अनुभव होने के बाद आप अपना खुद का फिजियोथेरेपी क्लिनिक खोल सकते हैं.
फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की सैलरी कितनी होती है?
फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की सैलरी 15,000 से 20,000 रूपये प्रतिमाह होता है. विभिन्न अस्पतालों में फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की सैलरी भिन्न-भिन्न होती है.
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