स्वामी दयानंद सरस्वती का जीवन परिचय, सामाजिक विचार, राजनीतिक, धार्मिक व शिक्षा संबंधी विचार
स्वामी दयानन्द सरस्वती भारत के एक प्रसिद्ध दार्शनिक, आर्य समाज के संस्थापक और भारतीय संस्कृति के वैदिक संरक्षक भी थे। वे एक साथ ही सन्त, समाज-सुधारक और देशभक्त थे। उन्होंने ही सबसे पहले वर्ष 1876 में ‘स्वराज‘ का नारा दिया जिसे बाद में लोकमान्य बालगंगाधर तिलक जी ने आगे बढ़ाया। भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली …