क्या आपको पता है कि हमें एक दिन में कितना लीटर पानी पीना चाहिए? वैसे तो आम धारणा है कि ज्यादा हमेशा अच्छा होता है, मगर हकीकत कुछ और ही है। कम पानी पीने से जहाँ शरीर में dehydration की समस्या हो जाती है, वहीं ज्यादा पीने के नुकसान भी हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि आखिर में हमें रोज़ाना कितना पानी पीना चाहिए?
एक दिन में कितना लीटर पानी पीना चाहिए?
कुछ विशेषज्ञों की मानें, तो हमारे शरीर में पानी की आवश्यकता लिंग, उम्र, जीवनशैली, वातावरण और हमारे स्वास्थ्य जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है।
- एक सक्रीय व स्वस्थ व्यक्ति जिसका वजन 70 किलो हो, उसे रोज औसतन 4-5 liter पानी पीना चाहिए।
- वहीँ बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम करनेवालों की जरुरत इससे ज्यादा हो सकती है।
- जबकि अपेक्षाकृत जो लोग AC में रहते हैं, उन्हें पानी तभी पीना चाहिए जब प्यास लगी हो। उनके लिए 5 liter पानी भी ज्यादा है, क्योंकि ऐसे वातावरण में यह अंतत: आपके गुर्दों में इकट्ठा हो जायेगा और एडिमा का कारण बनेगा।
- नियम तो यह कहता है कि पानी आपको पानी उसी अनुपात में पीना चाहिए, जितनी आपमें नमक की खपत हो. अगर आप रोज 5 से 7 ग्राम नमक लेते हैं, तो आपकी शारीरिक जरुरत 5-7 liter पानी की हो सकती है।
Daily Water Consumption for Good Health
आमतौर पर गर्म देशों में गर्मियों के दौरान शरीर में काफी पसीना निकलता है. तापमान बहुत ज्यादा हो और काफी पसीना आये तो ढाई से तीन लीटर पानी पीना चाहिए. हालाँकि global warming और मोटापा ने हमारे शरीर में पानी की माँगा को बदल दिया है.
20 वर्ष पहले एक स्वस्थ व्यक्ति को, जिसका वजन 65-70 किलो हो, उसकी जरुरत गर्मी के दिनों में 3-4 लीटर और 2-3लीटर सर्दी में हुआ करती थी, मगर आजकल लोगों के खान-पान में बदलाव आया है। साथ ही पानी का सेवन कम हो गया है।
पानी पीने का मतलब सिर्फ सामान्य जल पीना ही नहीं, बल्कि उस मात्रा से भी है, जिसे हम समग्र रूप में रोज विभिन्न चीजों से प्राप्त करते हैं, जैसे फल, सब्जियां, दूध, सूप आदि।
ज़्यादा पानी क्यों नहीं पीना चाहिए?
कोई भी चीज़ जरुरत से ज़्यादा होती है, तो उसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। उसी तरह ज्यादा पानी पीने के भी कुछ नुकसान हैं। सामान्यत: kidney के फ़िल्टर करने की क्षमता 1000 मिली प्रति घंटा होती है, जबकि जरुरत से ज्यादा पानी पीने से किडनी पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है, जो नुकसानदेह है।
ज्यादा पानी रक्त के घनत्व को बढ़ा देता है, जिससे दिल को रक्त पम्प करने में दवाब पड़ता है। खास कर जिन मरीजों की बाय पास सर्जरी हुई है, उन्हें कम पानी पीने की सलाह दी जाती है।
- अधिक पानी पीने से hypnotism यानि रक्त में सोडियम का स्तर अचानक कुछ सेर के लिए बहुत गिर जाता है।
- इससे थकान, नाक बहने, उलटी या मितली जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
- दिमाग पर असर पड़ने से सोचने- समझने की शक्ति कम हो जाती है और सिर दर्द की शिकायत रहती है।
- शरीर के लिए potassium एक आवश्यक पोषक तत्व और इसकी शरीर में उचित स्तर बनाये रखना जरुरी है। लेकिन कभी-कभी अधिक पानी potassium की स्थिति को बिगाड सकता है। इससे सीने में दर्द, पैर में दर्द आदि जैसी समस्याएँ हो सकती है।
- जरुरत से ज्यादा पानी हमारे शरीर की पाचन प्रकिया को बिगाड सकता है, इससे खाना खाना देरी से पचाने लगता है। इस वजह से पेट से सम्बंधित रोग होने की संभावना है।
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