GSTIN क्या होता है? GSTIN ka Full Form in Hindi, GSTIN Number Kya Hota Hai? GST नंबर कितना डिजिट का होता है?

क्या आप GSTIN के बारे में जानते हैं, जो GST नंबर से सम्बंधित होता है. जब भी कोई संस्थान, व्यक्ति, व्यापारी या कोई दुकानदार जीएसटी के तहत रजिस्ट्रेशन करता है, तो उसे एक जीएसटी नंबर मिलता है. जो कुल 15  डिजिट का होता है. तो आज आप जानेंगे GSTIN ka Full Form क्या होता है? GSTIN Kya Hota Hai? GSTIN Number कितना digit का होता है?

GSTIN ka Full Form in Hindi 

GSTIN का फुल फॉर्म Goods and Service Tax Identification Number होता है. हिंदी में इसका मतलब ‘माल एवं सेवा कर पहचान संख्या’ होता है.

GSTIN क्या है?

GSTIN का मतलब जीएसटी नंबर (GST number) होता है. जब कोई संस्था या व्यक्ति, व्यापारी, दुकानदार जीएसटी के तहत रजिस्ट्रेशन  करता है, तो उसे एक जीएसटी नंबर मिलता है जिसे GSTIN के नाम से जाना जाता है।

GSTIN दो शब्दों से मिलकर बना है GST + IN. GST का मतलब Goods and Services Tax (माल और सेवा कर) और IN का मतलब Identification Number (पहचान संख्या) होता है. यानि जीएसटीआईएन का मतलब GST number होता है.

जीएसटी नंबर, GSTIN के माध्यम से व्यक्ति या संस्था अपनी कारोबार संबंधी टैक्स का लेन- देन कर सकता है. और आयकर (income tax) जमा कर सकता है.

GSTIN/ GST Number Kya Hota Hai?

GSTIN या जीएसटी नंबर किसी व्यक्ति या संस्था का GST पहचान संख्या होता है. जो बिजनेस या वस्तुओं के क्रय -विक्रय से सम्बंधित है. जीएसटी नंबर या GSTIN के माध्यम से व्यक्ति या संस्था अपनी कारोबार संबंधी टैक्स का लेन- देन कर सकता है. और आयकर (income tax) जमा कर सकता है. किसी व्यक्ति, दुकानदार या संस्था, कंपनी के द्वारा दिए और लिए गए टैक्स की पूरी डिटेल्स GSTIN number से पता चलता है.

जब एक व्यक्ति GSTIN के तहत रेजिस्ट्रैशन करता है, तो उसके लिए यह देखना बहुत आसान हो जाता है कि उसने किसी वस्तु की खरीद – बिक्री पर कितना टैक्स की लेन-देन की है.

GSTIN/ GST Number कितना Digit का होता है? 

जीएसटी नंबर या GSTIN कुल 15 अंकों का होता है. GST number में पहले का दो अंक सम्बंधित व्यक्ति या संस्था के राज्य का कोड  होता है. सभी राज्यों का कोड अलग-अलग होता है. जैसे- पंजाब का स्टेट कोड है 03 , हरियाणा का स्टेट कोड है 06 , बिहार स्टेट का कोड है 10.

तो अगर कोई व्यापारी बिहार से है, तो उसके GSTIN  या जीएसटी नंबर के शुरुआती दो नंबर उसका राज्य कोड यानि 10 होगा. इसके बाद का बाकी का दस अंक उस व्यापारी, संस्था के व्यक्ति का पैन कार्ड (PAN Card) नंबर होगा. 13वें नंबर पर उस व्यक्ति के बिजनेस, कारोबार की संख्या होगी.

अगर आप पहली बार अपने पहले बिजनेस के लिए GSTIN में रजिस्टर कर रहे हैं तो 1 लिखेंगे, उसी प्रकार आपने अगर दूसरे बिजनेस के लिए GSTIN मे रजिस्टर कर रहे हैं, तो ऐसे मे आपका तेरहवां नंबर होगा 2 होगा. इस तरह से आप अधिक-अधिक 9 की संख्या तक बिजनेस के लिए जीएसटी नंबर प्राप्त कर सकते हैं.

GSTIN के 14 वें अंक के स्थान पर हमेशा Z लिखा जाता है. हालांकि इसका उदेश्य किसी जानकारी को देना नहीं होता है. संभवतः इसमें Z भविष्य में किसी और जानकारी को भरने के लिए रखा गया हो. जीएसटी नंबर का 15वाँ अंक एक Check code होता है. जो GSTIN के पहले 14 अंकों को एक विशेष तरीके से जोड़कर फिर उनके अंकों का योग के रूप में दर्ज करता है.

GSTIN/ GST Number की उपयोगिता क्या है?

  • जब कोई व्यक्ति या संस्था GSTIN के तहत रेजिस्ट्रैशन करता है, तो उसे जीएसटी नंबर प्राप्त होता है.
  • इस नंबर से यह देखना बहुत आसान हो जाता है कि उस व्यक्ति या संस्था ने किसी वस्तु के खरीद -बिक्री पर कितना टैक्स की लेन-देन की है.
  • GSTIN/ जीएसटी नंबर की मदद से कारोबारियों, कंपनी की online record सरकार के पास होता है.
  • इससे टैक्स, कर के बारे में सरकार को जानकारी मिलती है.
  • जीएसटी नंबर से सरकार का टैक्स चोरी होने से बच जाता है.

इसे भी पढ़ें :- हॉस्पिटल में ओपीडी क्या होता है ?

Leave a Comment