गीत गाने दो मुझे कविता की व्याख्या, भावार्थ, सारांश (सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’)
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जी की प्रेरक रचना ‘गीत गाने दो मुझे‘ दुःख को भुलाकर सुख की आशा बनाए रखने का संदेश देती है। विषम परिस्थितियों में भी जीवन संघर्ष करते …
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जी की प्रेरक रचना ‘गीत गाने दो मुझे‘ दुःख को भुलाकर सुख की आशा बनाए रखने का संदेश देती है। विषम परिस्थितियों में भी जीवन संघर्ष करते …
सेवा में, प्रधानाचार्य, राजकीय माध्यमिक विद्यालय, नई दिल्ली। मान्यवर, सविनय निवेदन है कि मेरे पिताजी पिछले वर्ष स्टेट बैंक ओफ़ इंडिया से क्लर्क पद से सेवा मुक्त हुए हैं। उनकी …
हमारे समाज में एक बहुत ही सामान्य धारणा है कि Bachelor of Arts me Career Options कुछ नहीं है? इसी कारण अगर आप भी Arts Stream में पढ़ रहे हैं, …
लगातार बढ़ते तापमान की वजह से जहाँ गर्मी बर्दाश्त कर पाना मुश्किल है, वहीं इस मौसम में food poisoning की समस्या भी घेर लेती है। इसका सबसे बड़ा कारण bacteria …
तपती गर्मी ने सभी को अपनी आगोश में ले लिया है। लोग पसीने और थकान से निढाल हो रहे हैं और पंखें, कूलर, AC आदि सब फेल हो रहे हैं। …
आप सभी को पार्क का हरा-भरा वातावरण देखना पसंद होगा। वहां की घास आपको काफी अच्छा लगता होगा। उसके साथ ही आपके बच्चे पार्क के हरी-भरी घास में काफी खेलते …
कोई व्यक्ति जब आपको गुदगुदी करता है, तो हंसी आती है। लेकिन क्या आपको पता है कि laughing gas सूंघने से भी आप हंसते-हंसते लोट-पॉट हो जाएँगे। आइए जानते हैं …
आज प्रत्येक क्षेत्र में ज्ञान की शाखा का विस्तार होता जा रहा है. बीसवीं शताब्दी में ज्ञान का विकास बड़ी द्रुत गाति से हो रहा है. साहित्य के क्षेत्र में …
आज के समय हमारे जीवन में कागज का उपयोग बहुत है। कागज का इस्तेमाल दुनियाभर में किया जाता है और ये हमारी रोजाना की जिंदगी का एक खास हिस्सा है। …
आप सभी को पका हुआ पपीता खाना अच्छा लगता होगा और आप खाते भी होंगे, लेकिन आपको यह पता होना चाहिए कि अच्छी सेहत के लिए कच्चा पपीता काफ़ी फ़ायदेमंद …