भारत में नवाचार शिक्षा पद्दति में पोर्टफोलियो को महत्त्व दिया गया है. इसमें छात्र की विद्यालय, घर और समाज की उपलब्धियों का साक्ष्य वर्णित होता है. इसमें विद्यार्थी की विभिन्न कौशलों में पारंगतता का भी प्रदर्शन होता है. उनकी वे सभी कौशलें होती हैं, जिनका मापन परीक्षाओं द्वारा नहीं होता है.स्कूली शिक्षा को सफल बनाने के लिए पोर्टफोलियो अनिवार्य होता है. तो आज मैं आपसे Portfolio Kya Hai? के बारे में बात करेंगे.
पोर्टफोलियो क्या है.
पोर्टफोलियो एक प्रकार का रिपोर्ट कार्ड या फाइल होता है, जिनमें विद्यार्थी की शैक्षिक और गैर -शैक्षिक, सभी तरह की जानकारी को क्रमबद्ध तरीके से एकत्रित करके रखा जाता है.
साधारण भाषा में कहा जाए तो, विद्यार्थी की उपलब्धियों और कमियों का रिकॉर्ड पोर्टफोलियो में रखा जाता है. इसमें बालक के पूर्व निर्धारित क्रेडिट प्रदान किये जाते हैं, जो अगली कक्षा में जाने के लिए अनिवार्य होते हैं. ये क्रेडिट पुरे एक शैक्षिक सत्र या दो शैक्षिक सत्रों के आधार पर दिए जा सकते हैं.
पोर्टफोलियो के उद्देश्य
- शैक्षिक और गैर-शैक्षिक कार्य की गुणवत्ता के मूल्यांकन के लिए, अधिगम प्रगति और शैक्षिक उपलब्धि.
- यह निर्धारित करने के लिए कि विद्यार्थी ने अधिगम मानक या कोर्स के लिए अन्य शैक्षिक आवश्यकताओं ग्रेड स्तर उन्नति और स्नातक प्राप्त कर लिया है.
- विद्यार्थी को उसके शैक्षिक लक्ष्यों और प्रगति को अधिगमनकर्ता के रूप में प्रतिबिंबित करने की सहायता के लिए.
- शैक्षिक कार्य का अंतिम परिणाम,उपलब्धियों और लेख को दर्शाना भी पोर्टफोलियो का उद्देश्य होता है.
विद्यार्थियों के पोर्टफोलियो करने वालों का तर्क है कि पोर्टफोलियो के पुनर्निरीक्षण और समयांतर विद्यार्थी के कार्य का मूल्यांकन अधिक गहन और सही तस्वीर प्रस्तुत करता है, कि विद्यार्थी ने क्या अधिगम किया है और वह क्या करने योग्य है. अपेक्षाकृत मानकीकृत परीक्षणों, प्रतियोगिता या परंपरागत गत वार्षिक परीक्षा के जो केवल एक समय विशेष पर विद्यार्थी क्या जनता है को बताते हैं.
पोर्टफोलियो के लक्ष्य
पोर्टफोलियो स्कूल स्तर पर तैयार किये जाते हैं और विशेष कसौटी तथा मानक पर आधारित होते हैं. विद्यार्थी इन मानकों का प्रयोग योजना बनाने, अपने साक्ष्य संकलन और प्रस्तुतीकरण तथा स्व-अंकन के लिए निर्देशक के रूप में प्रयोग करते हैं. यह कसौटियां और मानकों का प्रयोग अध्यापकों द्वारा विद्यार्थियों के साक्ष्यों आकलन और अंक अथवा ग्रेड देने के लिए प्रयोग किये जाते हैं. पोर्टफोलियो के लक्ष्य निम्नलिखित है,
- विद्यार्थी अपने अधिगम की योजना, व्यवस्थापन और आकलन में एक सक्रिय प्रतिबिम्बात्मक भूमिका अदा करेंगे.
- ऐसे अधिगम को दर्शायेंगे जो बौद्धिक विकास और कोर्स आधारित अधिगम के पूरक हो.
- विद्यार्थी बारहवीं कक्षा के बाद सफल संक्रमण की योजना बनायेंगे.
इसे भी पढ़ें: नई शिक्षा नीति 2020 क्या है?