साक्षात्कार किसे कहते है? साक्षात्कार के प्रकार एवं लाभ (Interview Meaning in Hindi)

मनुष्य के व्यवहार के अनेक ऐसे पक्ष हैं, जिनका ज्ञान बिना उस व्यक्ति से पूछे हुए नहीं हो सकता, जिससे वह सम्बंधित है. व्यक्ति के प्रत्यक्षीकरण, विश्वास, अनुभव, प्रेरणा, भावी योजना तथा बीते हुए जीवन के कुछ ऐसे पक्ष हैं, जिनका विवरण वह स्वयं ही दे सकता है. ऐसे विषयों के बारे में ज्ञान प्राप्त करने के लिए साक्षात्कार का प्रयोग किया जाता है. इसके द्वारा आमने-सामने बातचीत करके किसी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. तो आज मैं आपसे इसी के बारे में बात करेंगे कि Sakshatkar Kise Kahte Hai?

साक्षात्कार किसे कहते हैं? 

साक्षात्कार आमने-सामने बातचीत करके किसी विशेष प्रयोजन को ध्यान में रखकर प्रत्यक्ष सूचना एकत्रित करने की प्रभावकारी तकनीक है. आप सब इंटरव्यू शब्द सुने होंगे. उसी अंग्रेजी के Interview शब्द को हिंदी में साक्षात्कार कहा जाता है. साक्षात्कार के द्वारा किसी व्यक्ति के व्यवहार, ज्ञान को आमने-सामने बातचीत करके जान सकते हैं.

इंटरव्यू या साक्षात्कार को वाइटलस महोदय ने, ‘आमने-सामने की बातचीत‘ कहकर परिभाषित किया है. लेकिन जॉर्ज मीड का कहना है कि ‘साक्षात्कार केवल दो लोगों के बीच वार्तालाप मात्र ही नहीं है.” प्राय: वार्तालाप के समय मुह के भाव दृष्टि तथा ठहराव अनेक ऐसे सत्यों का निरूपण करते हैं, जो व्यवहार की व्याख्या के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. रुक-रुक कर बोले गए वाक्य भी प्रश्नकर्ता और उत्तरदाता के बीच अंत:क्रिया के महत्वपूर्ण अंग होते हैं.

साक्षात्कार के लाभ

  • साक्षात्कार के माध्यम से विचारों तथा अनुभवों का आदान-प्रदान है.
  • और ऐसी सूचनाओं को प्राप्त किया जा सकता है जिनका विस्तार बहुत अधिक है. और जिसमें साक्षात्कार देने वाला अपने बीते समय (भूतकाल) की पुनरावृत्ति करना चाहता है.
  • जैसा कि साक्षात्कार शब्द से ही स्पष्ट हो जाता है कि यह एक अंत:क्रियात्मक प्रक्रिया है.
  • यह एक-दुसरे की परस्पर दृष्टिकोण को दर्शाता है.
  • साक्षात्कार विधि को प्रयोग में लाना सरल है
  • इससे छात्रों की अंतर्दृष्टि विकसित होती है.

साक्षात्कार के प्रकार

  • व्यक्तिगत साक्षात्कार
  • समूह साक्षात्कार
  • संचरित साक्षात्कार
  • असंचरित साक्षात्कार
  • केन्द्रित साक्षात्कार
  • गहन साक्षात्कार

व्यक्तिगत साक्षात्कार किसे कहते हैं? 

व्यक्तिगत साक्षात्कार वह है जिसमें उम्मीदवार को किसी उच्च अधिकारी के आमने-सामने बैठकर, उनसे बातचीत करना होता है. इस इंटरव्यू के द्वारा उनके व्यक्तित्व को परखा जाता है. इसमें आपकी हर छोटी से छोटी हरकत, बोलने, बैठने का तरीका, और आपकी अभी तक की सारी उपलब्धियां आदि को देखा जाता है.

आज के समय में सरकारी और गैर-सरकारी सभी पदों की भर्ती के लिए व्यक्तिगत साक्षात्कार होता है. जिसकी वजह से अपनी जीवन में अधिकांश लोग इस साक्षात्कार का सामना करते हैं.

समूह साक्षात्कार किसे कहते हैं? 

यह व्यक्तिगत साक्षात्कार से अलग है, क्योंकि यह एक पुरे समूह के लिए होता है. इस साक्षात्कार में एक साथ एक से अधिक लोगों का साक्षात्कार लिया जाता है. यानि एक कमरे में एक से अधिक लोगों की वार्तालाप आमने-सामने एक साथ होती है.

शिक्षा कार्यक्रम के उम्मीदवार के साक्षात्कार के दौरान समूह साक्षात्कार कभी-कभी प्रवेश समितियों द्वारा प्रयोग किया जाता है. इसके अलावे आज के समय में कुछ कंपनियां भी नौकरी के लिए उम्मीदवारों का चयन करने के लिए समूह साक्षात्कार का प्रयोग करती हैं

संचरित साक्षात्कार क्या है?

संचरित साक्षात्कार (Structured Interview) में प्रश्न एक ही क्रम में तथा एक ही भाषा में समस्त प्रत्याशियों के समाने प्रस्तुत किये जाते हैं. इस तरह के मानकीकरण का कारण यह है कि सभी लोगों को समान प्रश्नों का उत्तर देने की सुविधा हो.

यदि एक साक्षात्कारकर्त्ता पूछता है कि क्या आप अगले वर्ष करों में कमी देखना पसंद करेंगे? और दूसरा पूछता है, क्या आप सोचते हैं कि अगले वर्ष करों में कमी वांछित है? तो उत्तरों की तुलना नहीं की जा सकती है. प्रश्नों के क्रम को बदल देने से भी उनके अर्थों में परिवर्तन आ सकता है.

इस तरह के साक्षात्कार में प्रश्नों का गठन अनेक प्रकार से हो सकता है. प्रश्न इस प्रकार के हो सकते हैं कि उनके उत्तर भी नियंत्रित सीमा में ही दिए जा सकें या वह इस प्रकार के हो सकते हैं कि उत्तरदाता को उत्तर देने के लिए पूर्ण स्वतंत्रता हो.

असंचरित साक्षात्कार क्या है?

असंचरित साक्षात्कार के अनेक रूप होते हैं और उन्हें अनेक नामों से भी जाना जाता है, जैसे  Focused, Clinical, Depth तथा  Non-Directive साक्षात्कार आदि. यह प्राय: प्रत्यक्षीकरण, प्रेरणा, मनोवृति आदि के गहन अध्ययन के लिए किया जाता है. इस प्रकार का साक्षात्कार लचीला होता है तथा इसमें साक्षात्कारकर्त्ता से अधिक सावधानी वांछित होती है.

केन्द्रित साक्षात्कार 

ऐसा साक्षत्कार प्राय: ऐसे लोगों से लिया जाता है जो किसी घटना-विशेष में शामिल रहे हों. जैसे, उन्होंने कोई विशेष चलचित्र देखा हो, कोई विशेष कमेन्ट्री सुनी हो या किसी विशेष सामाजिक परिस्थिति में शामिल हुए हो. यह ऐसी परिस्थितियों से सम्बंधित होता है, जिनका विश्लेषण साक्षात्कार से पूर्व ही कर लिया गया हो.

यह प्राय: अध्ययन की जाने वाली विशेष परिस्थिति से सम्बंधित विषयी की मनोवृत्ति तथा संवेगात्मक उत्तरों से सम्बंधित आत्मगत अनुभवों पर केन्द्रित होता है. इन समस्त पूर्व योजनाओं के होते हुए भी विषयों को परिस्थिति के सम्बन्ध में अपना मत प्रकट करने की पूर्ण स्वतंत्रता होती है.

गहन साक्षात्कार

यह साक्षात्कार केन्द्रित साक्षात्कार के समान ही होते हैं, लेकिन एक अंतर होता है. गहन साक्षात्कार में साक्षात्कारकर्त्ता प्राय: अंतर्निहित भावनाओं तथा प्रेरणाओं में रूचि लेने वाला होता है, जबकि केन्द्रित साक्षात्कार में यह विशेष अनुभवों के विषयी पर प्रभव में रूचि रखता है.

गहन साक्षात्कार में भी साक्षात्कारकर्त्ता पहले से यह जानता है कि व्यक्ति से उसे किन भावनाओं और अनुभवों के बारे में बात करनी चाहिए. उदहारण के लिए यदि आप जानना चाहते हैं कि नशा करने वाले, और न नशा करने वाले बालकों के व्यक्तित्त्व में मुख्य अंतर क्या होता है?

उपकल्पनाओं के अनुसार नशा करने वाले बालकों का अपेक्षाकृत कमजोर गुस्सा होता है. उनके इगो का कार्य त्रुटिपूर्ण होता है, उनमें वास्तविकता को समझने की कमी होती है तथा वे लोग प्रचलित सामाजिक संस्थाओं में अविश्वास रखते हैं.

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