संवाद-लेखन की परिभाषा और विशेषताएँ (उदाहरण) संवाद-लेखन क्या होता है?
संवाद का शाब्दिक अर्थ है बातचीत; इसे वार्तालाप भी कहा जाता है। दो लोगों के बीच हुई बातचीत को लिखना ही ‘संवाद-लेखन’ है। आपने हिन्दी की पुस्तकों में कई संवाद …
संवाद का शाब्दिक अर्थ है बातचीत; इसे वार्तालाप भी कहा जाता है। दो लोगों के बीच हुई बातचीत को लिखना ही ‘संवाद-लेखन’ है। आपने हिन्दी की पुस्तकों में कई संवाद …
हिंदी व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, लिंग, पर्यायवाची शब्द, विपरीतार्थक शब्द, आदि कई विषयों का अध्ययन कराया जाता है. जिनमें समास भी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण भाग है. स्कूल से …
अपने विचारों को प्रकट करने के लिए हम सभी भाषा का प्रयोग करते हैं. भाषा का सही-सही प्रयोग करने के लिए उसके नियमों का ज्ञान होना आवश्यक होता है. व्याकरण …
हम सभी अपनी मन की बातों, विचारों और भावों को व्यक्त करने के लिए मौखिक और लिखित भाषा का प्रयोग करते हैं. अधिकांशत अपनी मन की बातों को दूसरों तक …
आपने कई बार सुना होगा कि किसी ने किसी चीज़, घटना या किसी दूसरे व्यक्ति पर कोई टिप्पणी कर दी। आज के सोशल मीडिया के जमाने में इसे हम comment …
अगर आप अपनी बात को प्रभावशाली तरीक़े से व्यक्त करना चाहते हैं तो सबसे पहले तो आपकी भाषा सरल होनी चाहिए, और आपके वाक्यों में कम-से-कम शब्दों का प्रयोग होना …
काव्यों में जिन शैलियों से उनकी सुंदरता बढ़ाई जाती है, उन्हें ही अलंकार कहते हैं। जिस प्रकार स्त्री के सौंदर्य को बढ़ाने में आभूषण सहायक होते हैं, उसी तरह काव्य …
समाचार-पत्र के संपादक प्रतिदिन ज्वलंत विषयों पर विचार अपना व्यक्त करते हैं. संपादक द्वारा लिखा गया लेख संपादकीय लेखन होता है. इस लेख में संपादक किसी सामाजिक, राजनीतिक ज्वलंत …