राजनीति विज्ञान क्या है? Political Science Meaning in Hindi राजनीति शास्त्र अर्थ, परिभाषा, प्रकृति, महत्त्व (निबंध)

राजनीति के बारे में लगभग सभी लोग जानते हैं, लेकिन Rajniti Vigyan Kya Hai? इसके अर्थ और महत्त्व के बारे में काफी कम लोग ही जानते हैं। अंग्रेजी में राजनीति विज्ञान को हम Political Science कहते हैं, और कहीं-न-कहीं यह Politics से संबंधित है।

राजनीति विज्ञान समाज-विज्ञान का वह भाग है जो राज्य की स्थापना तथा सरकार के सिद्धांतों का अध्ययन करता है। इसमें हम किसी राज्य के भूत, वर्तमान तथा भविष्य का अध्ययन करते हैं। राजनीति शास्त्र का अर्थ, प्रकृति और महत्त्व के बारे में यह निबंध (Essay in Hindi) के रूप में भी आप इसे समझ सकते हैं।

Rajniti Vigyan Kya Hai?

राजनीति विज्ञान राज्य और सरकार का अध्ययन है। इसका आधुनिक दृष्टिकोण इस बात पर बाल देता है कि वह शक्ति और सत्ता का अध्ययन है। राजनीति विज्ञान अपने निरंतर विस्तृत होने वाले क्षेत्र की भी व्याख्या करता है।

इसके क्षेत्र के अंतर्गत हम राज्य और राजनीतिक व्यवस्था, सरकार, शक्ति, मानव और उसका राजनीतिक व्यवहार तथा राजनीतिक समस्याओं का अध्ययन करते हैं जो राजनीति को प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से प्रभावित करते हैं।

Political Science समाज-विज्ञान का वह भाग है जो राज्य की स्थापना तथा सरकार के सिद्धांतों का अध्ययन करता है। यह किसी राज्य के भूत, वर्तमान तथा भविष्य का अध्ययन है। हैरोल्ड जे. लास्की ने कहा है कि राजनीति के अध्ययन का संबंध मनुष्य के जीवन एवं एक संगठित राज्य से संबंधित है।

इसलिए, समाज विज्ञान के रूप में, राजनीति विज्ञान, समाज में रहने वाले व्यक्तियों के उस पहलू का वर्णन करता है जो उनके क्रियाकलापों और संगठनों से संबंधित है और जो राज्य द्वारा बनाए गए नियम एवं कानून के अंतर्गत शक्ति प्राप्त करना चाहता है तथा मतभेदों को सुलझाना चाहता है।

Political Science Meaning in Hindi

अंग्रेजी में राजनीति विज्ञान को हम ‘Political Science’ कहते हैं। और इस तरह राजनीति शब्द ग्रीक भाषा के ‘Polis’ शब्द से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ है ‘नगर-राज्य‘। यही कारण है कि अनेक विशेषज्ञों ने राजनीति विज्ञान को राज्य या सरकार के संदर्भ में परिभाषित किया है।

यद्यपि यह परिभाषा राजनीति के लिए पूर्ण नहीं है क्योंकि राजनीति का संबंध शक्ति से भी है। लासवेल और कप्लान ने राजनीति विज्ञान को परिभाषित करते हुए कहा है- “यह सत्ता को आकार देने तथा उसमें भागीदारी का अध्ययन है।”

एक शब्द में कहा जा सकता है कि राजनीति राज्य तथा सत्ता दोनों का अध्ययन है। राजनीति विज्ञान जिस शक्ति से संबंध रखता है वह प्रायः न्यायसंगत शक्ति है। क्योंकि जिस प्रकार विज्ञान किसी घटना का क्रमबद्ध परीक्षण तथा अवलोकन के द्वारा अध्ययन करता है उसी प्रकार राजनीति विज्ञान राज्य और शक्ति के प्रत्येक पहलुओं का अध्ययन करता है।

राजनीति विज्ञान का अर्थ और परिभाषा

राजनीति विज्ञान का संबंध आनुभाविक तथ्यों तथा नियामक समस्याओं दोनों से है। वास्तविकता “क्या है” के क्षेत्र में आता है तथा मूल्य “क्या होना चाहिए” के क्षेत्र में।

उदाहरण के लिए अगर कोई कहना है कि भारत एक संसदीय लोकतंत्र है तो वह आनुभाविक तथ्य की बात कर रहा है। परंतु यदि कोई यह कहता है कि भारत को अध्यक्षात्मक लोकतंत्र को अपनाना चाहिए तो यह एक नियामक कथन होगा। राजनीति विज्ञान केवल क्रियाकलापों का वर्णन से संतुष्ट नहीं बल्कि यह उसको और अच्छा बनाना या परिवर्तन करना चाहता है।

आनुभाविक कथन उसी प्रकार सही या ग़लत हो सकते हैं जैसा उन्हें अवलोकन कराया जाएगा। मूल्यांकनात्मक कथन वे नैतिक अनुभव हैं जो कभी भी असत्य या ग़लत नहीं हो सकते हैं। गणित के साध्यों के औपचारिक कथन अपने संघटकों के अर्थ के आधार पर ग़लत या सही हो सकते हैं। राजनैतिक दर्शनशास्त्र का संबंध औपचारिक कथन से है। राजनीति विज्ञान आनुभाविक कथन से संबंध रखता है और वर्तमान राजनीतिक संस्थाओं एवं व्यवहारों का मूल्यांकन करता है ताकि उन्हें बेहतर बनाया जा सके।

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Politics & Rajniti Vigyan Kya Hai?

राजनीति विज्ञान तथा राजनीति (Politics) प्रायः एक दूसरे के स्थान पर प्रयोग होते हैं। इन दोनों शब्दों के बीच अंतर समझना जरुरी है। कुछ विद्वानों ने राजनीति को ‘विज्ञान तथा सरकार की कला’ कहा है जबकि यह राजनीति विज्ञान की व्याख्या का केवल एक हिस्सा है।

आजकल ‘राजनीति’ शब्द का प्रयोग एक अथवा अनेक रूपों में जनता की समस्याओं को हाल करने वाले तंत्र के रूप में होने लगा है। किसी भी समय में और आज भी शक्ति पाने तथा उसे बनाए रखने की तकनीक को राजनीति कहा जाता है।

राजनीति विज्ञान का महत्त्व

अनेक राजनीतिक वैज्ञानिकों के अनुसार राजनीति विज्ञान के अध्ययन के अंतर्गत राज्य के सिद्धांत, संप्रभुता, शक्ति की अवधारणा, सरकारों का स्वरूप तथा कार्यप्रणाली, क़ानूनों के निर्माण तथा लागू करने की प्रक्रिया, चुनवा, राजनीतिक दल, नागरिकों के अधिकार एवं कर्तव्य, पुलिस की कार्यप्रणाली तथा राज्य एवं सरकार की कल्याणकारी गतिविधियाँ भी समाहित होती हैं।

राजनीति का एक दूसरा पहलू भी है जिसे समझने की जरुरत है। कई बार राजनीति का अर्थ प्रायोगिक राजनीति से लगाया जाता है। राजनीति का प्रयोग राजनीति के अध्ययन से भिन्न है। व्यावहारिक राजनीति के अंतर्गत सरकार का गठन, सरकार की कार्यप्रणाली, प्रशासन, कानून एवं विधायी कार्य आते हैं।

इसके अलावा राजनीति के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय राजनीति जिसमें युद्ध एवं शांति, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, आर्थिक व्यवस्था तथा मानव अधिकारों की रक्षा आदि आते हैं। जहाँ राजनीति विज्ञान की एक विषय के रूप में जानकारी अध्ययन से प्राप्त होती है, वहीं व्यवहारवादी राजनीति का कौशल राजनीति करके, चालाकी यह धूर्तता से अथवा जातिवाद, धार्मिक निष्ठाओं और धार्मिक भावनाओं के शोषण करने से होता है। उदारवादी राजनीति को प्रायः आम आदमी की सोच में गंदा खेल और भ्रष्ट प्रक्रिया कहा जाता है।

परंतु हम जानते हैं कि शायद ही ऐसे मानव समूह अथवा समाज हों जो राजनीति से बचे हुए हों और शायद ही ऐसे व्यक्ति हों जो राजनीति के खेल की उलझनों या प्रभावों को न जानते हों। व्यवहारवादी राजनीति के कई सकारात्मक पक्ष भी हैं।

राजनीति विज्ञान निबंध (Essay in Hindi)

आज के कल्याणकारी युग में इसके अनेक उदाहरण देखने को मिलते हैं जैसे अस्पृश्यता-निवारण, भूमि-सुधार, बंधुआ मज़दूरों की मुक्ति, मानव-श्रम के विक्रम पर प्रतिबंध, बेगार रोकना, न्यूनतम मज़दूरी निर्धारण, रोजगार के अवसर प्रदान करने वाले कार्यक्रम, अन्य पिछड़ी जातियों का सशक्तिकरण, आदि। राजनीति, समाज तथा संस्थाओं में होने वाली वास्तविक घटनाओं की प्रक्रिया से संबंधित है जिसे राजनीति विज्ञान एक क्रमबद्ध तरीक़े से समझने का प्रयास करता है।

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