अनेक शब्दों के लिए एक शब्द: 1000+ One Word Substitution in Hindi

Anek Shabdo ke liye Ek Shabd

अगर आप अपनी बात को प्रभावशाली तरीक़े से व्यक्त करना चाहते हैं तो सबसे पहले तो आपकी भाषा सरल होनी चाहिए, और आपके वाक्यों में कम-से-कम शब्दों का प्रयोग होना चाहिए। हिन्दी व्याकरण में ऐसे कई ‘अनेक शब्दों के बदले एक शब्द‘ हैं जो कई वाक्यांशों और शब्द-समूहों का अर्थ देते हैं; और इनका प्रयोग …

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वीरगाथाकाल का समय और विशेषताएँ: आदिकाल की पृष्ठभूमि और परिस्थितियाँ

Veergatha Kaal

वीरगाथाकाल को आदिकाल या सिद्ध-सामंत काल भी कहा जाता है। इस काल का समय सं. 1000 से 1375 या 943 ई. से 1318 ई. माना गया है। और आज हम वीरगाथाकाल का समय, पृष्ठभूमि, परिस्थितियाँ और विशेषताओं के बारे में बात करने वाले हैं। भारतीय इतिहास का यह युग राजनीतिक दृष्टि से गृह-कलह, पराजय एवं …

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आधुनिक काल किसे कहते हैं? समय-सीमा, पृष्ठभूमि, परिस्थितियाँ और प्रमुख विशेषताएँ

Aadhunik Kal

हिन्दी साहित्य में आधुनिक काल को गद्यविकास काल या जागरण काल भी कहा गया है। इसका समय वि. सं. 1900 से आजतक या 1843 ई. से आजतक माना गया है। मुगल-साम्राज्य के पतन से ही इसका आरम्भ माना गया है। और आज हम आधुनिक काल का परिचय, समय-सीमा, पृष्ठभूमि, परिस्थियाँ और प्रमुख विशेषताएँ बात करने …

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राष्ट्रभाषा हिंदी का महत्व पर निबंध: राष्ट्रभाषा के रूप में हिन्दी की विशेषता और उपयोगिता

Rashtrabhasha Hindi par Nibandh

वैसे तो भारत देश में कई भाषाएँ बोली जाती हैं, लेकिन सबसे प्रमुख है हिन्दी। इस विषय पर कई लोगों के अपने-अपने अलग मत हैं कि हिन्दी राष्ट्रभाषा है या नहीं। और आज हम राष्ट्रभाषा हिंदी का महत्त्व पर निबंध के ज़रिए इसकी विशेषता और उपयोगिता के बारे में चर्चा करेंगे। राष्ट्रभाषा हिन्दी का इतिहास …

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हिंदी कहानी का उद्भव और विकास: पुरानी और नयी कहानी का इतिहास

Hindi Kahani ka Udbhav aur Vikas

कहानियाँ तो आप सभी ने सुनी होंगी, लेकिन क्या आपको पता है कि हिन्दी साहित्य में ‘कहानी’ पूरा एक महत्त्वपूर्ण भाग है। और आज हम हिन्दी कहानी के उद्भव और विकास के बारे में तो बात करेंगे ही, साथी ही अलग-अलग कहानीकार के समय की स्थितियाँ भी जानेंगे कि हिन्दी कहानी का इतिहास क्या है? …

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हिंदी उपन्यास का उद्भव, विकास और साहित्य: Hindi Upanyas की विशेषताएँ और प्रमुख प्रवृत्तियाँ

Hindi Upanyas

उपन्यास गद्य-लेखन की एक विधा है, जिसके लेखन में प्रमुख तौर पर सामाजिक जीवन की व्याख्या होती है। आज के इन विस्तृत लेख में हम हिन्दी उपन्यास के उद्भव और विकास के बारे में तो बात करेंगे ही, साथ ही हिंदी उपन्यास की पृष्ठभूमि, विशेषताओं और प्रमुख प्रवृत्तियों का उल्लेख करेंगे। हिन्दी उपन्यास की पृष्ठभूमि …

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मानक भाषा किसे कहते हैं? मानक भाषा की परिभाषा, विशेषता, आवश्यकता, लक्षण और प्रमुख तत्त्व

मानक भाषा किसे कहते हैं

भाषा वह साधन है जिसके माध्यम से हम अपने विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। भाषा कई प्रकार के होते हैं, जैसे राष्ट्रभाषा, राजभाषा, सम्पर्क भाषा, मानक भाषा, जनभाषा, आदि। और आज हम मानक भाषा की परिभाषा, विशेषता, आवश्यकता, लक्षण और प्रमुख तत्त्व के साथ बात करेंगे कि मानक भाषा किसे कहते हैं? मानक भाषा को …

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राजभाषा के रूप में हिंदी की स्थिति पर विचार कीजिए।

राजभाषा के रूप में हिंदी

राजभाषा के नाम से ही आपको मालूम पड़ रहा होगा कि यह राज्य की भाषा होगी। साहित्यिक अन्दाज़ में कहें तो राजभाषा उस भाषा को कहते हैं जो राजकाज में प्रयोग किया जाता हो। और आज हम राजभाषा के रूप में हिंदी की स्थिति के बारे में विस्तार से बात करेंगे। किसी क्षेत्र विशेष के …

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संपर्क भाषा क्या होता है? परिभाषा, परिचय, विशेषताएँ और सम्पर्क भाषा के रूप में हिंदी

सम्पर्क भाषा किसे कहते हैं?

भाषा वह साधन है जिसके माध्यम से हम अपने विचारों को अपने आसपास के लोगों के साथ आदान-प्रदान करते हैं। यह किसी एक व्यक्ति की सम्पत्ति नहीं है, बल्कि यह तो समाज की उपज है। अब भाषा भी के भी कई प्रकार हैं, जैसे राष्ट्रभाषा, राजभाषा, जनभाषा, सम्पर्क भाषा, आदि। और आज हम इसी के …

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राष्ट्रभाषा और राजभाषा में अंतर बताते हुए राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी को स्पष्ट करें।

राष्ट्रभाषा और राजभाषा किसे कहते हैं?

अपने विचारों को हम लोगों के साथ जिस माध्यम से आदान-प्रदान करते हैं, उसे भाषा कहते हैं। प्रत्येक देश या राज्य में कोई-न-कोई राष्ट्रभाषा और राजभाषा होती है। और आज हम इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे कि राष्ट्रभाषा और राजभाषा किसे कहते हैं? Difference between Rashtrabhasha and Rajbhasha in Hindi के साथ …

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