वीडियो के जमाने में ब्लॉग क्यों लिखना चाहिए? YouTube vs Blogging in Hindi

आज के समय में सभी लोग वीडियो देखना पसंद करते हैं। यही कारण है कि काफ़ी सारे लोग textual content लिखना छोड़कर video content create करने में लगे हैं। लेकिन क्या वाक़ई में text content ख़त्म हो जाएगा? आज के इस YouTube vs Blogging लेख में हम इसी विषय पर बात करेंगे।

यदि मैं आपको संक्षेप में बताऊँ तो वीडियो कोंटेंट चाहे कितना भी पसंदीदा और लोकप्रिय हो जाए, लेकिन पूरी तरह समाप्त कभी नहीं होगा। अभी मैं आपके सामने कुछ ऐसे ही ज़बरदस्त बातें रखने जा रहा हूँ जिससे आपको काफ़ी आसानी से पता चल जाएगा कि वीडियो की तुलना में आपको ब्लॉग/लेख क्यों लिखना चाहिए? Why to do blogging in the era of video content?

YouTube vs Blogging in Hindi

वैसे तो यहाँ पर हम video content vs text content के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन संकीर्ण दृष्टिकोण के लिए YouTube vs Blogging लिखा गया है। क्योंकि आज के समय में सबसे ज़्यादा वीडियो YouTube में ही देखा जाता है, और ब्लॉगिंग में हम text content ही लिखते हैं।

लेकिन text content आप अलग-अलग सोशल मीडिया में भी लिख सकते हैं। तो यहाँ पर हम हर प्लाट्फ़ोर्म को लक्षित कर रहे हैं। Video content की बात की जाए, तो आप Instagram, Facebook, LinkedIn & other platforms में भी अपलोड कर सकते हैं।

Text Content is More Authoritative.

लिखित कोंटेंट का चलन आज से नहीं, कई हजार सालों से चली आ रही है। इस वजह से अधिकतम लोगों को इसकी सत्यता पर विश्वास रहता है।

बात करें वीडियो की, तो आज के समय में कोई भी कुछ भी वीडियो बना सकता है। और काफ़ी सारे लोगों को यह भी पता है कि आज के समय में फ़ेक न्यूज़ इससे काफ़ी फैल रहे हैं। इस वजह से लोगों के मन में थोड़ा संदेह हमेशा बना रहता है।

ख़ासकर बड़े-बुजुर्ग अभी भी text content पढ़ना ज़्यादा पसंद करते हैं। तो यदि आप blogging करना चाहते हैं, तो आपका स्वागत है।

Understanding YouTube vs Blogging in 2023

हम जब भी कोई वीडियो देखते हैं, या फिर audio podcast सुनते हैं, तो अगर कहीं पर कोई शब्द या वाक्य समझ नहीं आता है तो अधिकतम बार हम उसे skip करने आगे बढ़ जाते हैं। इससे आप जो भी content consume कर रहे हैं, उसे आप effectively समझ नहीं पाते हैं।

वहीं यदि बात करें text content की, तो आप जब भी कोई blog या सोशल मीडिया पोस्ट पढ़ते हैं और अगर आपको कहीं पर कोई word/phrase/sentence समझ नहीं आता है, तो अधिकांश मामले में आप इंटरनेट पर ज़रूर सर्च करते हैं।

Blogs पढ़ते समय हमारा मस्तिष्क भी काम करता है। और यदि कहीं कुछ समझ नहीं आता है तो हमारा subconscious mind हमें उसका मतलब बिना जाने आगे बढ़ने की अनुमति ही नहीं देता है। इस वहज से भी काफ़ी सारे लोग वीडियो की तुलना में ब्लॉग पढ़ना ज़्यादा पसंद करते हैं।

YouTube vs Blogging Video vs Text Content

Blog Text is Scannable.

अगर आप 1000 words का कोई blog पढ़ रहे हैं, तो उसके अंदर आखिर क्या-क्या बताया गया है उसे स्कैन करने के लिए आपको कुछ सेकंड ही लगेंगे।

लेकिन यदि आप वही 1000 words का video watch करेंगे, तो बिना उस वीडियो को पूरा देखे आप यह बिलकुल भी अंदाज़ा नहीं लगा सकते हैं कि उसमें क्या बताया गया है। और यहाँ पर भी text is better than video content.

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Text is Searchable.

स्कैन करने के साथ-साथ text content को आप सर्च भी कर सकते हैं। किसी ब्लॉग में अगर आपको पता करना है कि कोई एक विशिष्ट शब्द कहाँ पर है तो आपको तुरंत सर्च कर सकते हैं।

परंतु वीडियो के मामले में वो चीज़ काम नहीं करेगा। अगर आपको कोई शब्द पता करना है तो वीडियो को आपको पूरा देखना ही होगा। इस तरह यहाँ पर भी text content जीत रहा है।

Updated Content on YouTube vs Blogging

यदि आज आप किसी टॉपिक पर ब्लॉग/लेख लिखते हो और कुछ समय बाद कुछ बदलाव उसमें करने हैं, तो काफ़ी आसानी से किया जा सकता है। लेकिन वीडियो में यह चीज़ सम्भव नहीं है। आपको अलग से एक और वीडियो बनाना होगा।

उदाहरण के लिए, अगर आप Best Smartphones under Rs.10000 विषय पर आज एक लेख लिखते हैं, तो एक-दो महीने में और नए फ़ोन आ जाएँगे और इस सूची में नए स्मार्टफ़ोन भी जुड़ जाएँगे। ब्लॉग में तो आपको तुरंत एडिट कर सकते हैं, लेकिन वीडियो के लिए आपको नया फिर से बनाना होगा।

Textual Content is Timeless.

लिखा हुआ चीज़ काफ़ी लम्बे समय तक चलता है। अगर आप हज़ारों साल पहले का लिखित कोंटेंट पढ़ना चाहेंगे, तो वो कुछ हैड तक पठनीय हो सकता है, लेकिन यदि आप सौ साल पुराना वीडियो भी अभी देखना चाहेंगे तो काफ़ी मुश्किल होगी।

Conclusion: YouTube vs Blogging in Hindi

तो ये रहे कुछ Valid Reasons to Write Blogs instead of Making Video Content in Hindi. मुझे आशा है कि अब आपको अच्छे-से पता चल गया होगा कि text content कभी भी पूरी तरह से समाप्त होनेवाला नहीं है। तो यदि आप blogging करना चाहते हैं, तो बेशक कर सकते हैं।

इसी के साथ यहाँ पर मैं और एक बात बताना चाहूँगा कि यदि आप वीडियो बना सकते हैं, अगर आपको कैमरे के सामने बोलना पसंद है, तो videos create तो कीजिए ही; साथ में text content पर भी ध्यान दीजिए। अब textual content को क्यों नहीं भूलना है, इसके तो मैंने आपको कई वजहें बात ही दी हैं। धन्यवाद!

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